‘नेकेड मैन’ फैस्टिवल: क्या है 1650 साल पुरानी एक अजीब परंपरा, जिसमें जापानी औरतों को मिली शामिल होने की इजाजत?
जापानी महिलाओं को 1650 साल बाद एक अजीब उत्सव में भाग लेने की अनुमति दी गई है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। क्या आप ‘नेकेड मैन’ फेस्टिवल के नाम से मशहूर जापान के इस पारंपरिक त्योहार के बारे में जानते हैं? आख़िर इतने सालों बाद महिलाओं को इसमें प्रवेश की इजाज़त क्यों दी गई और इसके लिए उन्हें अब तक इंतज़ार क्यों करना पड़ा?
नेकेड मैन फेस्टिवल को हाडाका मत्सुरी भी कहा जाता है
नेकेड मैन फेस्टिवल को हाडाका मात्सुरी भी कहा जाता है और यह जापान में बहुत प्रसिद्ध है। इसमें हजारों लोग शामिल होते हैं. यह बहुत पुराना त्यौहार है, जिसका आयोजन जापान के एक मंदिर द्वारा किया जाता है। अब महिलाएं भी इसमें हिस्सा ले सकेंगी. हालांकि, एक शर्त रखी गई है कि त्योहार के दौरान वे पूरे कपड़े पहनेंगी और पुरुषों से दूरी बनाए रखेंगी. इस फैसले को ऐतिहासिक बताया जा रहा है.
यह कब आयोजित किया जाएगा?
यह फेस्टिवल इस साल 22 फरवरी को होगा, जिसमें 10 हजार स्थानीय पुरुषों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. इस वर्ष 40 महिलाओं को उत्सव अनुष्ठान में भाग लेने की अनुमति मिली है। वह ‘नाओइजासा’ अनुष्ठान में हिस्सा लेंगी. इस उत्सव में पुरुष लंगोटी पहनकर भाग लेते हैं। अनुष्ठान के दौरान पुरुष मंदिर के चारों ओर दौड़ते हैं और खुद को शुद्ध करते हैं।
इस फैसले की सराहना हो रही है
कोरोना महामारी के कारण पिछले 3 वर्षों से इस महोत्सव का आयोजन नहीं किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि परंपरा का टूटना जापान के लिए लैंगिक समानता की दिशा में एक बड़ा कदम है और इससे पुरुषों और महिलाओं के बीच भेदभाव खत्म हो जाएगा. इससे पहले इसे केवल पुरुषों का त्योहार माना जाता था। इस फैसले की काफी सराहना हो रही है.