Student बनकर ऑस्ट्रेलिया गया था ये भारतवंशी, वहां जाकर करने लगा Massage Therapy; अब Rape जैसे 100 से ज्यादा मामलों में चल रही है जांच
- अक्टूबर 2021 में सुमित ग्लेनेलग में फॉर एवर (4 Ever) मसाज सैंटर में काम कर रहा था तो दो महिलाओं ने दी थी यौन उत्पीड़न की शिकायत
- जुलाई 2022 में गिरफ्तारी के बाद बढ़ते चले गए आरोप, अब रेप के 3, छेड़खानी के 57 और अश्लील वीडियो बनाने के 52 मामलों में चल रही है जांच
- जून में अगली पेशी पर अदालत में पेश होने के लिए तैयार है 36 वर्षीय सुमित, बलात्कार और छेड़खानी के आरोपों से निजात मिलने की है पूरी उम्मीद
नई दिल्ली/कैनबरा. ऑस्ट्रेलिया से भारतवंशियों को शर्मसार कर देने वाली खबर आई है। पता चला है कि भारत मूल के एक युवक पर इस वक्त 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 3 मामले बलात्कार के हैं तो 57 छेड़खानी के हैं। इतना ही नहीं अश्लील वीडियो बनाने के भी 52 मामलों में यह युवक नामजद है। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि इस पर कानूनी रूप से क्या कार्रवाई होती है, लेकिन बहरहाल, विदेश में यह हमारे लिए अच्छा संकेत नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुमित रस्तोगी नामक भारतीय मूल का यह युवक 2012 में छात्र वीजा (Student Visa) पर ऑस्ट्रेलिया गया था। वहां जाकर मसाज थैरेपिस्ट के तौर पर काम करने लग गया। यहां तक तो ठीक था, मगर बाद में उस वक्त सुमित रस्तोगी की मुश्किलें बढ़ना शुरू हो गई, जब इस पर बलात्कार जैसे आरोप लगने शुरू हो गए। मिली जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2021 में सुमित जब ग्लेनेलग में फॉर एवर (4 Ever) नामक मसाज सैंटर में काम कर रहा था तो वहां दो महिलाएं अपने यौन उत्पीड़न की शिकायत लेकर पुलिस में पहुंच गई। जांच-पड़ताल का दौर शुरू हुआ तो आरोप बढ़ते ही चले गए।
पता चला है कि सुमित रस्तोगी को शुरुआत में जुलाई 2022 में गिरफ्तार किया गया था। रस्तोगी की गिरफ्तारी की शुरुआती खबरों के बाद चार और महिलाओं ने उन पर अभद्रता करने का आरोप लगाया। इसके बाद एक-एक करके शिकायतें आने का सिलसिला बढ़ता ही चला गया तो दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने सुमित पर लगे चार्जेज में बढ़ोतरी कर दी। फिलहाल 36 वर्षीय सुमित रस्तोगी बलात्कार के 3, छेड़खानी के 57 और अश्लील वीडियो बनाने के 52 मामलों में पुलिस जांच का सामना कर रहा है, वहीं जांचकर्ताओं की मानें तो उसके फोन पर मिली 700 से अधिक कथित अश्लील तस्वीरों के जरिये 150 से 200 महिलाओं की पहचान की जा सकती है।
दूसरी ओर हालिया स्थिति की बात करें तो मीडियाकर्मियों के अनुरोध के पर सुनवाई करते हुए मजिस्ट्रेट ने रस्तोगी की पहचान और कार्यस्थल को सुरक्षित रखने वाले आदेश को रद्द कर दिया है। न तो इसका अभियोजक पक्ष के वकील ने और न ही बचाव पक्ष के वकील ने विरोध किया। साथ ही अदालत से बाहर आए आरोपी सुमित रस्तोगी ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। अब वह जून में अदालत में पेश होने के लिए तैयार है। माना जा रहा है कि वहां उसे बलात्कार और छेड़खानी के आरोपों से निजात मिल सकती है।