आतंकी गोल्डी बराड़ के कत्ल को लेकर आया बड़ा अपडेट; क्या सच में मारा गया Most Wanted?
Goldy Brar Dead Or Alive? पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के कत्लकांड समेत कई मामलों में अति वांछित (Most Wanted) की लिस्ट में शुमार आतंकी गोल्डी बराड़ को लेकर गुरुवार को अमेरिका से बड़ा अपडेट आया है। गोल्डी बराड़ की हत्या के संबंध में कैलिफोर्निया पुलिस ने कहा है कि फ्रेस्नो शहर में हुई गोलीबारी में मारे गए शख्स की पहचान हो चुकी है।
क्या है मामले की पूरी सच्चाई? जानें…
दरअसल, कैलिफोर्निया के फ्रेस्नो शहर में मंगलवार को गुंडों के दो गैंग्स के बीच गोलीबारी की वारदात सामने आई। इसके बाद भारत में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ के मारे जाने की अटकलों ने जोर पकड़ लिया। गुरुवार को इस मामले में कैलिफोर्निया की पुलिस ने सही जानकारी उपलब्ध कराई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी की घटना की सूचना मिलने के बाद मंगलवार शाम साढ़े 5 बजे पुलिस अधिकारी फेयरमोंट और होल्ट की गली में पहुंचे थे। वहां एक युवक घायल पड़ा हुआ था। गोली लगने से घायल इस शख्स को तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया ताे वहां डॉक्टर्स ने उसे डैड घोषित कर दिया।
हालांकि मारे गए युवक को लेकर दावा किया जा रहा था कि वह भारतीय मूल का आपराधिक प्रवृत्ति का गोल्डी बराड़ था। विभाग को अंतरराष्ट्रीय मीडिया से कई कॉल आ रही थी। इस युवक की पहचान कर ली गई है। वह गोल्डी बराड़ नहीं 37 वर्षीय जेवियर ग्लैडनी था। इतना ही नहीं, गोलीबारी की इस वारदात का भारत से ताल्लुक रखते किसी भी गैंग से नहीं है।
कौन है गोल्डी बराड़?
यहां बता देना जरूरी है कि भारत के पंजाब मूल का गोल्डी बराड़ (श्री मुक्तसर साहिब जिले का निवासी) मौजूदा स्थिति में कनाडा का ब्रैम्पटन में रहता है। वहां जाने से पहले वह विभिन्न आपराधिक वारदातों में संलिप्त था। पाकिस्तान से लगती सीमा के उस पार से ड्रोन के जरिये हाई रेंज के हथियार, गोला-बारूद, दूसरे खतरनाक विस्फोटकों की तस्करी और हत्याओं को अंजाम देने के लिए शार्पशूटर व हथियार मुहैया कराने का आरोप उस पर है। लगभग 2 साल पहले पंजाब के मानसा में पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड के रूप में उसका नाम आया।
इसके अलावा भारतीय सुरक्षा एजैंसियों की मानें तो आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनैशनल (BKI) के लिए भी वह काम करता है। इसी के चलते साल 2024 की शुरुआत भारत सरकार ने सतविंदर जीत सिंह उर्फ गोल्डी को आतंकी घोषित करने के साथ की थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि कई हत्याओं में वांछित गोल्डी को पाकिस्तान से चल रहे कट्टरपंथी संगठन से समर्थन प्राप्त है। उसे आतंकवाद विरोधी कानून (ATA), गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी घोषित किया जाता है।