CM सुक्खू ने रावी नदी में मिंजर विसर्जित कर किया मेले का समापन; करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया
चंबा (राजेन्द्र ठाकुर). चंबा के ऐतिहासिक चौगान पर शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला 8 दिन बाद रविवार को विश्राम की तरफ बढ़ गया। 23 जुलाई को इसका शुभारंभ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने किया था, वहीं आज समापन समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि की भूमिका में रहे। उन्होंने रावी नदी में मिंजर विसर्जन करके मेले का विधिवत समापन किया। उधर, मुख्यमंत्री सुक्खू ने चंबा दौरे के दौरान 82.14 करोड़ रुपए लागत की विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले के अंतिम दिन रविवार को सबसे पहले अखंड चंडी पैलेस से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह शहर के मुख्य बाजारों से होती हुई मंजरी गार्डन पहुंची। अगुवाई मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की, जो एक दिन पहले ही चंबा पहुंच गए थे। वहीं शोभायात्रा का नेतृत्व नगर के प्रमुख देवता भगवान रघुवीर ने किया। भगवान रघुवीर के अलावा इस शोभायात्रा में स्थानीय देवी-देवताओं ने भी हिस्सा लिया। पुलिस और होमगार्ड जवानों की टुकड़ियों ने भी इसकी शान में चार चांद लगाए। रही कसर कलाकारों ने पूरी कर दी। लोगों ने देश के विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति, वेशभूषा और लोक गीतों से लोगों को खूब इंज्वाय किया। शोभायात्रा के मंजरी गार्डन पहुंचने पर लोकगायकों ने पारंपरिक कुंजड़ी मल्हार का गायन किया। इस दौरान इत्र का छिड़काव भी किया गया। पान वितरण की रस्म अदायगी के बाद मंत्रोच्चारण के बीच मुख्यमंत्री ने रावी नदी में नारियल और मिंजर प्रवाहित करके सुख-समृद्धि की कामना की।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने दंगल मुकाबले के समापन समारोह की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने मिंजर मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में भी बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मिंजर मेला समिति ने मुख्यमंत्री को शॉल और टोपी पहनाने के अलावा स्मृति चिह्न भेंट किया। मुख्यमंत्री ने मिंजर मेले की स्मारिका का विमोचन भी किया।
इतना ही नहीं, दो दिन के चंबा प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 82.14 करोड़ रुपए लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने 4.55 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित राजकीय सहस्राब्दी बहुतकनीकी महाविद्यालय के छात्रावास, चील बंगला में 92.98 लाख रुपए से निर्मित मुख्यमंत्री लोक भवन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनीखेत के 1.99 करोड़ रुपए से निर्मित ओपीडी खंड, नागरिक अस्पताल चुवाड़ी के 1.48 करोड़ रुपए से निर्मित कर्मचारियों के आवासों, 3.26 करोड़ रुपए से निर्मित राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त के कार्यालय भवन और राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधी विभाग चंबा के अतिरिक्त अधीक्षक के कार्यालय, पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में 39 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित एमबीबीएस विद्यार्थियों के लिए छात्रावास, आवासीय परिसर व नर्सों के लिए छात्रावास का लोकार्पण किया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 2.11 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले कांदू-पंजोह संपर्क मार्ग (अप्पर पंजोह), 2.28 करोड़ रुपए से बनने वाले कांदू-पंजोह (लोअर पंजोह) संपर्क मार्ग, 1.01 करोड़ रुपए से खजियार में बनने वाले पशु चिकित्सालय भवन, चंबा शहर के लिए 12.44 करोड़ रुपए की पेयजल योजना के सुधारीकरण और विस्तार कार्य, पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय चंबा के लिए 11.27 करोड़ रुपए की उठाऊ पेयजल योजना और मंगला में 1.80 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाली जल और स्वच्छता केंद्र का शिलान्यास किया।