पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई; मामूली गुंडे से आतंकी बने अर्श डल्ला से जुड़े 232 लोगों के ठिकानों पर 192 टीमों ने एक साथ मारे छापे
साल 2020 में अपने एक साथी सुक्खा लंबे के कत्ल के बाद फरारी के दौरान कनाडा चला गया था मोगा के डल्ला गांव का अर्शदीप, वहीं बैठकर चलाता है आतंकी मॉड्यूल
चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने शनिवार को आतंकवादी अर्श डल्ला से जुड़े लोगों पर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस की 192 टीमों ने 232 लोगों के ठिकानों पर छापे मारे। इस बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि आज की तलाशी मुहिम हाल ही में अर्श डल्ला की हिमायत वाले मॉड्यूलों में शामिल कुछ लोगों से पूछताछ के बाद अमल में लाई गई है। इसका मकसद समाजविरोधी तत्वों में पुलिस का खौफ पैदा करना और आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करना है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के सपने अनुसार पंजाब को अपराधमुक्त राज्य बनाने के मद्देनज़र चल रही मुहिम के दौरान शनिवार को गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ के विरुद्ध बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई है। पंजाब के सभी जिलों में चल रहे केसों में मामलों में मोगा जिले के गांव डल्ला के अर्श डल्ला से संबंधित रिहायशी और अन्य ठिकानों पर एक ही समय छापेमारी की गई। पुलिस की 192 पार्टियों ने अर्श डल्ला से जुड़े 232 व्यक्तियों के ठिकानों की तलाशी ली। यह ऑपरेशन राज्यभर के सभी जिलों में एक ही समय चलाया गया।
घेराबन्दी और सर्च ऑपरेशन के बारे और जानकारी देते हुए डीजीपी ने कहा कि और पड़ताल के लिए कई व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है और उनके कब्ज़े में से आपराधिक सामग्री ज़ब्त की गई है, जिसकी आगे जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज की इस तलाशी मुहिम के दौरान इलैक्ट्रानिक यंत्रों का डाटा इकट्ठा किया गया, हथियार लाइसैंसों की जांच की गई, हथियारों की सोर्सिंग का पता लगाया गया, विदेशी मूल के पारिवारिक सदस्यों के यात्रा संबंधी विवरण इकठ्ठा किए गए, विदेशों और वैस्टर्न यूनियन से बैंकों के लेन-देन और जायदाद के विवरण इकठ्ठा किए गए, जो और भी गहराई से जांचे जा रहे हैं। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि अर्श डल्ला की कनाडा से हवालगी के लिए प्रक्रिया पहले ही जारी है और जल्दी ही उसे भारत लाया जाएगा।
ये है 35 मामलों में नामजद आतंकी अर्श डल्ला का पूरा बही-खाता
ज़िक्रयोग्य है कि अर्श डल्ला के खि़लाफ़ पहले ही रैड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है और इसकी ज़ोरदार ढंग से पैरवी की जा रही है। वह एक श्रेणी-ए गैंगस्टर से बना आतंकवादी है और एक पाबंदीशुदा आतंकवादी संगठन केटीएफ का गुर्गा है। साल 2020 में वह अपने एक साथी सुखा लंबे का कत्ल करने के बाद फरारी के दौरान कनाडा गया था। पुलिस के अनुसार कनाडा में बैठा अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला एक गैंगस्टर से आतंकवादी बना है, जो पंजाब और विदेशों में अलग-अलग आपराधिक गतिविधियों में शामिल और पंजाब पुलिस की तरफ से मोस्ट वांटेड अपराधी है। वहां बैठकर ही वह पंजाब में फिरौती, हत्याओं और अन्य दहशती अपराधों में शामिल गैंगस्टरों का नैटवर्क चलाता था। वह मनीला, मलेशिया, कनाडा और पाकिस्तान स्थित अपने अन्य साथियों के साथ मिल कर इन अपराधों को अंजाम देता रहा है। उसके विरुद्ध कत्ल, लूटपात, डकैती, फिरौती, और दहशत फैलाने सम्बन्धी 35 एफआईआर दर्ज हैं। उसकी संलिप्तता पंजाब के सरहदी राज्य में हुई कई सुनियोजित हत्याओं में भी सामने आई थी। इसके इलावा वह पाकिस्तान से ड्रोन के द्वारा या ग़ैर कानूनी ढंग से आयात किए आरडीएक्स, आईईडी, एके-47 और अन्य हथियारों और गोला-बारूद को राज्य में अलग-अलग मॉड्यूलों को सप्लाई करने के मामलों में भी शामिल था।