अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट का दावा-RAW ने कराई गुरपतवंत पन्नू की हत्या की कोशिश; भारत ने रिपोर्ट कहा-फर्जी
नई दिल्ली : अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी ताजा रिपोर्ट में अमेरिका स्थित सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश में भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के अधिकारियों की भूमिका का दावा किया है। इसे खारिज करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘रिपोर्ट एक गंभीर मामले पर अनुचित और आधारहीन आरोप लगाती है। संगठित अपराधियों और आतंकवादियों के नेटवर्क पर अमेरिकी सरकार द्वारा साझा की गई सुरक्षा चिंताओं के बाद, भारत सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है, जो मामले की जांच कर रही है। इस पर अटकलें लगाना और गैरजिम्मेदाराना बयान देना मददगार साबित नहीं होगा।
वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि 22 जून 2023 को जब अमेरिका के व्हाइट हाउस में भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया जा रहा था, उसी समय भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के अधिकारी विक्रम यादव अमेरिका में खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने के लिए भाड़े के हत्यारों को निर्देश दे रहे थे। विक्रम यादव ने इस हत्या को सबसे बड़ी प्राथमिकता बताया था और सुपारी किलरों को पन्नू के न्यूयॉर्क में रहने की जानकारी देते हुए कहा था कि जैसे ही पन्नू अपने घर पर होगा, हमें काम आगे बढ़ाने का आदेश मिल जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2023 में इस मामले की जांच कर रही अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने न्यूयॉर्क में एक अलगाववादी नेता की हत्या के लिए एक लाख डॉलर में एक शख्स को सुपारी दी थी। अमेरिकी अदालत में पेश किए गए दस्तावेजों में कहा गया है कि जून में अमेरिका के अनुरोध पर चेक गणराज्य में गिरफ्तार किए गए निखिल गुप्ता को भारत सरकार के एक कर्मचारी से निर्देश मिले थे।
जब अमेरिका ने इस मामले को भारत सरकार के सामने उठाया तो भारत के विदेश मंत्रालय के तत्कालीन प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत इन आरोपों को गंभीरता से ले रहा है और इस संबंध में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जो मामले की हर पहलू जांच कर करेगी। बागची के मुताबिक, भारत ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति का भी गठन किया है। अब भारत के विदेश मंत्रालय ने वॉशिंगटन पोस्ट की इस रिपोर्ट को फर्जी बताया है.