कौन हैं रूथ गॉट्समैन, जिन्होंने गरीब स्टूडैंट्स के लिए दान कर दिया पति का 1 अरब इनवैस्टमैंट रिटर्न
दुनिया में एक ओर अमीरों की कमी नहीं है, वहीं इनमें बहुत से अमीर लोग दानी भी उतने ही बड़े हैं। हाल के दिनों में 93 साल की एक बुजुर्ग महिला खासी चर्चा में है, जिसने अपने पति के इन्वैस्टमैंट से मिले 1 बिलियन डॉलर गरीब स्टूडैंट्स के लिए दान कर दिए, ताकि वो पढ़-लिखकर अच्छे डॉक्टर बन सकें। हर कोई इस महिला के नाम की चर्चा कर रहा है। आइए जानें कौन यह महान दानी…
इस महिला का नाम रूथ गॉट्समैन है और अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की रहने वाली यह महिला वहां के अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मैडिसन और मोंटेफियोर हैल्थ सिस्टम के पूर्व प्रोफैसर और वॉल स्ट्रीट इन्वैस्टर डैविड गॉट्समैन की पत्नी हैं। रूथ गॉट्समैन न सिर्फ 55 साल से इस संस्थान से जुड़ी हुई हैं, बल्कि इसके न्यासी बोर्ड की अध्यक्ष भी हैं। एसोसिएट प्रैस की एक रिपोर्ट के अनुसार रूथ गॉट्समैन ने हाल ही में 26 फरवरी को ब्रोंक्स में मैडिकल कॉलेज को एक बिलियन डॉलर का दान देने का ऐलान किया तो हैरान हुए तमाम स्टूडैंट्स अपनी जगह खड़े हो ताली बजाते दिखे। कुछ तो रोने भी लगे।
इस बारे में अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मैडिसन और मोंटेफियोर हैल्थ सिस्टम के प्रमुख संगठन मोंटेफियोर आइंस्टीन ने बताया कि रूथ गॉट्समैन के पति डैविड गॉट्समैन की 2022 में 96 साल की उम्र में मौत हो गई थी, लेकिन इससे पहले उन्होंने वॉल स्ट्रीट निवेश हाउस फर्स्ट मैनहट्टन की स्थापना की थी। वह वॉरेन बफेट के बर्कशायर हैथवे के बोर्ड में भी थे। अब इस इन्वैस्टमैंट का रिटर्न आया तो रूथ गॉट्समैन ने इसे मैडिकल कॉलेज को दान कर दिया।
$1B donation makes New York medical school tuition free and transforms students’ lives https://t.co/xO05gI4yG1
— The Associated Press (@AP) February 28, 2024
अमेरिका में किसी मैडिकल इंस्टीट्यूट के लिए सबसे बड़ा दान
मोंटेफियोर आइंस्टीन ने इस डोनेशन को किसी भी अमेरिकी मैडिकल इंस्टीट्यूट के लिए अब तक का सबसे बड़ा दान बताया है, वहीं रूथ गॉट्समैन ने इसके लिए अपने पति को श्रेय दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं दान देकर खुद को धन्य महसूस कर रही हूं। यह दान मेरे पति के इन्वेस्टमेंट किए गए पैसे हैं’।
उधर, यह बात भी उल्लेखनीय है कि यह मैडिकल कॉलेज न्यूयॉर्क के सबसे गरीब हिस्से में पड़ता है। इस वक्त इंस्टीट्यूट की ट्यूशन फीस 63000 डॉलर प्रति वर्ष है। इससे ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों पर कर्ज का बोझ बढ़ जाता है। इसे चुकाने में कई साल लग जाते हैं। कुछ छात्रों को तो कर्ज के बोझ के चलते पढ़ाई भी छोड़नी पड़ गई है, लेकिन अब रूथ गॉट्समैन के डोनेशन का इस्तेमाल जरूरतमंद विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस भरने के लिए किया जाएगा।