कभी देखी है शिवरात्रि बीत जाने के बाद ऐसी अनोखी कांवड़? विनेश फोगाट के लिए 30 KG घी लेकर 50 KM पैदल चले डॉ. परमजीत सिंह
Vinesh Phogat Honours, चरखी दादरी : खिलाड़ी देश का सरमाया होते हैं-समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी होते हैं। हरियाणा के रोहतक में रहते एक डॉक्टर ने ये साबित कर ही दिया। यह शख्स अपने कांधों पर 30 किलोग्राम घी की कांवड़ लेकर 50 किलोमीटर पैदल चले और फिर ओलंपियन विनेश फोगाट को भेंट किया। इसी के साथ डॉ. परमजीत सिंह ने विनेश से अपील की कि वह कुश्ती से संन्यास न लें और 2028 के ओलंपिक में खेलकर देश के लिए मैडल लाएं।
बता दें कि महिला पहलवान विनेश फोगाट को बीती 7 अगस्त को पैरिस में चल रहे ओलंपिक गेम्स के दौरान 50 किलो भार वर्ग के फाइनल इवैंट में सिर्फ 100 ग्राम वजन बढ़ा होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। अब जबकि थोड़ी मायूसी के साथ ही सही, पर विनेश फोगाट वतन वापस लौट आई हैं तो उनके सम्मान में लोगों का तांता लगा हुआ है। बहुत से लोगों का सम्मान जताने का तरीका भी एकदम लीक से हटकर है। रोहतक के रहने वाले 45 वर्षीय फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. परमजीत सिंह मलिक इन्हीं में से एक हैं, जो विनेश के लिए घी लेकर पहुंचे थे।
खास बात यह है कि डॉ. परमजीत मलिक शनिवार को झज्जर से दो टीन में 30 किलोग्राम देशी घी अपने कंधों पर कांवड़ के रूप में लेकर विनेश फोगाट के गांव बलाली के लिए पैदल ही निकल पड़े। इसके 50 किलोमीटर का सफर तय करके डॉक्टर परमजीत सिंह बलाली पहुंचे।
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2028 में मैडल लाने की की अपील
पहलवान बेटी को अनोखे ढंग से सम्मानित करने वाले डॉ. परमजीत सिंह का कहना है कि ओलंपिक में विनेश के साथ ठीक नहीं हुआ, लेकिन बावजूद इसके पूरे देश की नजरों में विनेश का सम्मान पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा है। एक पहलवान की डाइट में घी सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है, इसीलिए उन्होंने विनेश को देशी घी देकर सम्मानित करने का मन बनाया। डॉ. परमजीत मलिक ने कहा कि विनेश फोगाट ने ओलंपिक में दुनिया की नंबर-1 पहलवान को हराया है। ऐसे में जरूरी है कि उनका मनोबल बना रहे। उन्होंने विनेश फोगाट से अपील की है कि वह 2028 में होने वाले ओलंपिक में खेलते हुए मैडल लेकर आएं और दूसरे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत की भूमिका निभाएं।
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