36 घंटे में भी महिला खुश नहीं हुई तो युवक ने बुला ली पुलिस; जानें कब और कहां घटी यह घटना
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है कि एक युवक महिला को 36 घंटे के फिजिकल रिलेशन (SEX) के बावजूद खुश नहीं कर पाया। आखिर मजबूर होकर उसने पुलिस बुला ली। यह सनसनीखेज घटना इन दिनों राजस्थान के बीकानेर के नाम से वायरल हो रही है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। यह घटना न तो बीकानेर की है और न ही हाल-फिलहाल में घटी है। यह तो 10 साल पहले जर्मनी के म्यूनिख की है। शब्द चक्र न्यूज के साथ आइए जरा समझते हैं कि क्या है पूरा मामला…
जर्मनी के म्यूनिख शहर में में एक युवक ने पुलिस को फोन कर दिया कि वह एक महिला से परेशान है। वह पिछले 36 घंटे से उसके साथ संभोग कर रहा है, लेकिन वह सैटिसफाई ही नहीं हो रही। इस सूचना के बाद जब पुलिस पहुंची तो दक्षिणी अफ्रिका का 43 वर्षीय शूल्ज गली में रोता हुआ मिला था। उसने पुलिस को बताया कि उसे एक बार में एक औरत मिली। बुलाने पर वह उसके अपार्टमैंट में गया। वहां 36 घंटे सैक्स किया, लेकिन बावजूद इसके वह औरत खुश नहीं हुई, बल्कि और सैक्स की जिद कर रही है। वह इतना थक चुका है कि चलना-फिरना तो दूर, हिलने के काबिल भी नहीं है। इस शिकायत पर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार किया और जांच-पड़ताल में पता चला कि 42 साल की यह महिला पहले भी इस तरह का कारनामा कर चुकी है। अब यह घटना राजस्थान के बीकानेर की एक घटना के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
इस तरह खुली पूरी सच्चाई
इसकी पड़ताल के लिए शब्द चक्र न्यूज की सोशल मीडिया टीम ने घटना से संबंधित की-वर्ड्स सर्च किए तो पाया कि यह स्क्रीनशॉट 2015 से वायरल हो रहा है। थोड़ा और गहराई से सर्च के बाद ऐसी ही एक और पोस्ट फेसबुक पेज पर मिली, जो 2012 में पोस्ट की गई थी।
इन दोनों की मदद से थोड़ा और रिसर्चवर्क करने पर 25 सितंबर 2012 को प्रकाशित द मिरर की एक रिपोर्ट सामने आई तो तब कहीं जाकर इस पूरे मामले की सच्चाई सामने आ पाई।
ये है सच और झूठ का अंतर
द मिरर की रिपोर्ट और 2012 में फेसबुक पेज पर डाले गए स्क्रीनशॉट में जानकारियां एक जैसी हैं। इनके अनुसार घटना जर्मनी के म्यूनिख शहर की है, जबकि 2015 में से वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट में यह जानकारी अलग है। इसमें 47 साल की महिला का कारनामा को 23 साल की महिला का कारनामा दिखाया गया है। म्यूनिख की जगह बीकानेर और दंतौर दिखाया गया है, वहीं अफ्रीका के 43 वर्षीय शूल्स की बजाय बीकानेर क्षेत्र के 25 वर्षीय नरेश की जानकारी लिखी हुई है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली सच्चाई तो यह है कि बीकानेर के दंतौर में अपार्टमैंट जैसी कोई व्यवस्था ही नहीं है।