पान सिंह तोमर के गांव में जमीन के झगड़े में चले लाठी-डंडे और गोलियां; गिरी इतनी लाशें
मुरैना. मध्य प्रदेश के मुरैना में एक झगड़े में शुक्रवार को 6 लोगों का कत्ल हो गया। मामला अर्से पहले के बागी पान सिंह तोमर के गांव का है। बताया जा रहा है कि भूमि विवाद में दो गुटों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले और नौबत बंदूकें तनने तक की आ गई। इसके बाद एक ओर लाशों का जमीन पर गिरना और दूसरी तरफ घर वालों के विलाप का सिलसिला शुरू हो गया। इस संबंध में सूचना के बाद स्थानीय पुलिस फरार आरोपियों को खेतों और बीहड़ों में ढूंढने में जुट गई है।
मामला मुरैना जिले के सिहौंनिया थाने में पड़ते लेपा गांव का है। यहां सबसे उल्लेखनीय पहलू यह है कि यह गांव पास के गांव भिड़ोसा की वजह से ही मशहूर है, जो इतिहास के नामी डकैत पान सिंह तोमर का गांव है। आम बोलचाल में इन दोनों ही गांवों का नाम एक साथ ही लिया जाता है। दिमनी के विधायक रविंद्र तोमर भी भिड़ोसा के रहने वाले हैं। पान सिंह भी जमीन के झगड़े के चलते ही डकैत बना था, अब इसी तरह का यह मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि लेपा के रणजीत तोमर और राधे तोमर के बीच जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। 2014 में राधे तोमर के परिवार के कई लोगों की हत्या करने के बाद रणजीत तोमर का परिवार गांव छोड़कर चला गया था। कुछ दिन पहले ही वापस लौटा तो बदले की नीयत से दूसरे गुट ने हमला कर दिया।
लाठी-डंडों और बंदूकों से किए गए इस हमले में रणजीत तोमर पक्ष से लेस कुमारी पत्नी वीरेंद्र सिंह, बबली पत्नी नरेंद्र सिंह तोमर, मधु कुमारी पत्नी सुनील तोमर, गजेंद्र सिंह पुत्र बदलू सिंह के अलावा उसके दो बेटे सत्यप्रकाश और संजू की मौत हो गई। इसके अलावा विनोद सिंह पुत्र सुरेश सिंह तोमर और वीरेंद्र पुत्र गजेंद्र सिंह घायल भी हुए हैं।
इस सामूहिक कत्ल के बाद राधे तोमर के पक्ष के लोग फरार हो गए हैं, वहीं घटना की सूचना मिलते ही सिंहौनिया सहित आसपास के थानों से पुलिस बल को मौके पर भेजा गया है। पुलिस खेतों और बीहड़ों में छिपे हमलावरों की तलाश में जुटी हुई है। साथ ही इस घटना के बाद से गांव में माहौल तनावग्रस्त है।