DC के सामने रोया कामगारों ने दुखड़ा; बोले-आचार संहिता में मनरेगा के काम रुके तो आ जाएगा रोटी का संकट
राजेन्द्र ठाकुर/चम्बा
चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए तरह-तरह की पाबंदियां लगाया जाना बेहद लाजमी पहलू है। हालांकि आदर्श कही जाने वाली चुनाव आचार संहिता के दौरान कुछ निषेधाज्ञा आमजन के लिए परेशानी का कारण भी बन जाती हैं। इसी के मद्देनजर शनिवार को चंबा जिला मुख्यालय स्थित लघु सचिवालय में मनरेगा कामगार यूनियन के प्रतिनिधि जिला निर्वचान अधिकारी से मिले। इन लोगों ने अपनी समस्या रखते हुए मांग की कि आचार संहिता के दौरान मनरेगा संबंधी कामों पर रोक न लगाई जाए। अगर ऐसा हुआ तो बहुत से परिवारों के सामने रोटी का संकट आ जाएगा।
शनिवार को उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मुकेश रेपसवाल को अपना मांगपत्र सौंपने पहुंचे मनरेगा पदाधिकारियों का नेतृत्व कर रहे यूनियन के चम्बा खंड प्रधान देसराज शर्मा ने कहा कि मनरेगा के कार्य करवाने और गरीब मजदूरों को मांग के अनुसार रोजगार देने के लिए चुनाव आयोग भारत सरकार ने आचार संहिता में छूट का प्रावधान किया है, लेकिन जिला चम्बा में मनरेगा कार्यो पर रोक लगा दी गई है। इससे न केवल विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि गरीब परिवारों से रोजगार भी छिन गया है। चुनाव आचार संहिता 6 जून तक लागू रहेगी। लिहाजा, अगर मनरेगा कार्यों को अनुमति न दी गई तो कई परिवारों पर आर्थिक संकट का पहाड़ टूट पड़ेगा। इस मौके पर विकास खंड चम्बा के विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।