कुदरत के आगे Science ने टेके घुटने, NASA ने कहा-Black Hole से निकल रही ॐ की आवाज
आदमी ने अपने आप को भगवान समझने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन भगवान तो भगवान ही हैं। कुदरत से ऊपर आदमी हो ही नहीं सकता। देर-सबेर बड़े-बड़े वैज्ञानिकों को यह सच्चाई समझ में आ ही जाती है। National Aeronautics and Space Administration (NASA) ने भी इस हकीकत को मान लिया है। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक ऑडियो क्लिप को NASA ने ही शेयर किया था। इसमें दावा किया गया कि धरती से सैकड़ों प्रकाश वर्ष दूर स्थित काले छिद्र (Black Hole) से ॐ की आवाजा निकल रही है। करीब 2 महीने पहले 34 सैकंड के क्लिप को ट्वीट करते हुए नासा एक्सोप्लैनेट ने कहा था, ‘यह एक गलत धारणा है कि अंतरिक्ष में कोई आवाज नहीं है’।
हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं कि काले छिद्र (Black Hole) से निकल रही आवाज को कैप्चर करना अपने आप में एक बहुत बड़ा चमत्कार है। NASA की तरफ से शेयर किए गए ऑडियो क्लिप पर क्रियाओं-प्रतिक्रियाओं का दौर भी लगातार जारी है। दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के एडीजीपी संदीप मित्तल ने ट्वीट किया कि ब्लैक होल की आवाज का ऑडियो वास्तव में ‘ॐ’ ध्वनि है, जो हिंदू धर्म के सबसे पवित्र शब्दों में से एक है।
इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ऊँ का नाम दिया है। ब्रह्माण्ड का आदि और अंत सब ॐ है। इसके नाद में प्रलय को आमंत्रित करने की क्षमता है एवं ब्रह्माण्ड की किसी भी अन्य वस्तु, प्राणी, ग्रह, आदि से अधिक प्रभावशाली है। हम कहें तो अंधविश्वास, @NASA कहे तो विज्ञान।https://t.co/MDknpSx38m
— Dr. Sandeep Mittal, IPS (@smittal_ips) August 23, 2022
IPS अधिकारी ने ट्वीट कर लिखा, “इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ‘ॐ’ का नाम दिया है। ब्रह्माण्ड का आदि और अंत सब ॐ है। यह ब्रह्माण्ड की किसी भी अन्य वस्तु, प्राणी, ग्रह, आदि से अधिक प्रभावशाली है। इसके नाद में प्रलय को भी आमंत्रित करने की क्षमता है। हम कहें तो अंधविश्वास, @NASA कहे तो विज्ञान’। सोशल मीडिया पर बहुत से लोग पुलिस अधिकारी की बात से सहमत थे, वहीं बहुत लोगों अधिकारी को ट्रोल करते हुए प्रतिक्रिया दी है कि उन्हें किसी पढ़े-लिखे अधिकारी से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं थी। एक यूजर ने लिखा, ‘आश्चर्य है कि आप जैसे लोगों ने ऐसे दावों पर विश्वास कर लिया। नासा ने कभी नहीं कहा कि यह ॐ ध्वनि है। यह आवाज वैसी ही है कि जब आप खुद को पानी में डुबोएंगे तो सुनाई देगी। हवा का कोई भी वैक्यूम और नजदीकी स्पेस मूवमैंट ऐसी ही आवाज करेगा’।
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘कुछ भी मत बोल दिया कीजिये सर। नासा प्रमाण के साथ कह रही है, मुझे तो सुनने में ॐ का उच्चारण कहि से नही लग रहा। जगहँसाई मत करवाइए। धर्म और विज्ञान को अलग रहने दे, विज्ञान में तर्क है धर्म मे विश्वास। तर्क और विश्वास एक दूसरे के विपरीत है’।