अजेय कैलाश की चोटी तक पहुंचने का दावा करने वाले इस युवक पर हो सकती है FIR, इसलिए पहुंची शिवभक्तों के दिल को ठेस
राजेंद्र ठाकुर/चंबा (हिमाचल प्रदेश)
Manimahesh Kailash Parvat: मणिमहेश कैलाश पर्वत, ये वो पवित्र और अजेय स्थान है, जहां पर आज तक कोई नहीं पहुंच पाया। झारखंड के एक युवक ने 2 मिनट 20 सैकंड्स का एक वीडियो वायरल करके इस चोटी तक पहुंचने का दावा किया है। अब किसी भी वक्त उसके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हो सकता है। मामला धार्मिक भावनाओं को आहत करने का है। एक तो आज तक यहां तक कोई पहुंच नहीं सका है। दूसरा श्रद्धालुओं की मानें तो बीच रास्ते से दावा करने वाले इस युवक में रत्तीभर भी श्रद्धा होती तो यह इस जगह जूते पहने दिखाई नहीं देता। बहरहाल, मामला पुलिस के पास पहुंच चुका है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में प्रमुख तीर्थ स्थान में से एक मणिमहेश झील बुद्धिल घाटी में कस्बा भरमौर से 21 किलोमीटर दूर कैलाश चोटी पर 18,564 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। मणिमहेश कैलाश पर्वत पर शिव भक्तों को सुबह के पहर सूरज निकलने से कुछ समय पहले मणि के रूप में दर्शन होते हैं। कई तरह की मान्यताओं के बीच एक मान्यता यह भी है कि यह भगवान शिव के गले में विराजमान वासुकि नाग की मणि की चमक होती है।
माउंट एवरेस्ट समेत बहुत अधिक ऊंची चोटियों पर विजय प्राप्त की जा चुकी है, लेकिन कैलाश पर्वत को अजेय माना जाता है। आज तक कोई भी अब तक इस चोटी को मापने में सक्षम नहीं हुआ है। जिस किसी ने भी कैलाश पर्वत पर चढ़ने की कोशिश की है, उसके साथ कुछ न कुछ अनहोनी हो गई है। यहां तक कि 1965 और 1968 में इटली और जापान के दल ने भी कैलाश पर्वत को फतह करने की कोशिश की थी, लेकिन बर्फबारी और आंधी ने उनके कदम पीछे मोड़ दिए थे। कई लोगों की जान गई थी। अब इसी चोटी पर झारखंड के एक युवक ने पहुंचने का दावा किया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी उसके इस दावे का वायरल हो रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद उसकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
असल में शिवभक्तों ने हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशासन को शिकायत सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। इनका कहना है कि कैलाश पर्वत पर चढ़ने का दावा करके यह युवक सीधे तौर पर हिंदू धर्म और शिवभक्तों की आस्था पर चोट कर रहा है। युवक की इस हरकत से चंबा, भरमौर, समूचे हिमाचल और देश-दुनिया के कोने-कोने में बसे शिवभक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं।
इस बारे में भरमौर के एडीएम को शिकायत सौंप चुके गदियाली महक सांस्कृतिक मंच भरमौर के अध्यक्ष सुरेंद्र पटियाल ने कहा है कि यह युवक जिस झंडे के पास पहुंचा है, वह स्थान धामघोड़ी के कमलकुंड के बीच एक रास्ता भर है, जहां से वह कुछ दूरी तक चढ़ा है। इस जगह तक शिवभूमि सेवादल के शिवभक्त हर साल परिक्रमा के लिए जाते हैं। यह कैलाश चोटी से बहुत नीचे है। इसके अलावा यह युवक शिवभक्त होता तो झंडे वाली जगह पर जूतों के साथ बैठा नहीं दिखता।
सुरेंद्र पटियाल की शिकायत की प्रति चंबा के उपायुक्त (DC) डीसी राणा और पुलिस अधीक्षक (SP) को भी प्रेषित की गई है। साथ ही इस बारे में भरमौर थाने के अतिरिक्त प्रभारी पवन कुमार का कहना है कि पुलिस मामले की हर पहलू से तफ्तीश कर रही है कि केस आखिर किस धारा में दर्ज किया जाए। इस वक्त संबंधित विवादित युवक का मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा है।