नाबालिग बच्चियों के हक में उतरे AAP MLA रजनीश दहिया, बोले-शोषण करने वाला राक्षस स्कूल टीचर की खैर नहीं चाहे कितनी बड़ी पहुंच रखता हो; कड़ी कार्रवाई के लिए बजाई SSP की घंटी
- 25 जून को भारतीय जनता पार्टी के फिरोजपुर छावनी मंडल प्रधान इंदर गुप्ता ने व्हाट्सऐप्प ग्रुप्स में शेयर की थी स्कूल टीचर द्वारा बच्चियों के शोषण की बात
- सवाल-4-5 दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट का फिरोजपुर पुलिस ने कोई संज्ञान क्यों नहीं लिया
फिरोजपुर. पंजाब के सरहदी क्षेत्र फिरोजपुर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल के टीचर द्वारा नाबालिग बच्चियों के शारीरिक और मानसिक शोषण की घटना का फिरोजपुर ग्रामीण हलके के आम आदमी पार्टी विधायक (AAP MLA) एडवोकेट रजनीश दहिया ने कड़ा संज्ञान लिया है। यह घिनौनी हरकत सामने आते ही विधायक दहिया ने तुरंत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) भूपिंदरजीत सिंह को कॉल करके कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। विधायक ने कहा कि इलाके की नाबालिग बच्चियों के साथ छेड़खानी करने का आरोपी टीचर चाहे कितनी भी बड़ी पहुंच रखता हो, कोई फायदा नहीं होने वाला। हर हाल में उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इतना ही नहीं, शह देने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा। दूसरी ओर इस मामले में फिरोजपुर पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि पिछले 4-5 दिन से सोशल मीडिया पर इसको लेकर पोस्ट वायरल हो रही है और बावजूद इसके पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया।
दरअसल, 25 जून को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के फिरोजपुर छावनी मंडल प्रधान इंदर गुप्ता की तरफ से तमाम व्हाट्सऐप्प ग्रुप्स में एक मैसेज पोस्ट किया गया था। इसमें बताया गया था कि फिरोजपुर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल का टीचर पिछले करीब 8-9 बरस से यहां पढ़ती नाबालिग बच्चियों का शारीरिक और मानसिक शोषण कर रहा है। हर बार बच्चियां अपनी और घर वालों की बदनामी होने के डर से, पढ़ाई पर फर्क पड़ने के डर से इस जुल्म के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती थी, मगर अब कुछ लड़कियों ने हिम्मत करके एक समाजसेवक के सामने अपनी पूरी बात रखी है। जल्द ही इस हैवान स्कूल टीचर को लेकर पूरा खुलासा किया जाएगा कि किस तरह यह बड़ी ऊंची पहुंच रखता है। कुछ राजनेताओं की इसे शह है और इसी के दम पर इसकी घटिया हरकत हर बार बाहर आने से रह जाती थी। 2 दिन पहले यानि 27 जून को इस मैसेज को इलाके के एक नामी वकील राकेश चावला ने भी DGP गौरव यादव समेत कई #Tags के साथ फेसबुक पेज पर शेयर किया।
अब यह मामला विधानसभा हलका फिरोजपुर ग्रामीण के आम आदमी पार्टी विधायक एडवोकेट रजनीश दहिया के संज्ञान में आया तो उन्होंने बिना एक पल की देरी किए इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) भूपिंदरजीत सिंह को फोन कॉल की और कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। विधायक ने कहा कि इलाके की नाबालिग बच्चियों के साथ छेड़खानी करने का आरोपी टीचर चाहे कितनी भी बड़ी पहुंच रखता हो, कोई फायदा नहीं होने वाला। हर हाल में उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इतना ही नहीं, शह देने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर मैसेज प्रसारित करने वाले लोगों से भी इस संबंध में पूरी जानकारी पुलिस प्रशासन के सामने रखने की अपील की है, ताकि हर हाल में फिरोजपुर की बेटियों को इंसाफ मिल सके और घटिया हरकत करने वाले स्कूल टीचर को उसके किए की सजा मिल सके।
उधर, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के छावनी मंडल प्रधान इंदर गुप्ता का कहना है कि इस पोस्ट के शेयर करने के बाद परिवार में भी कई तरह के सवाल-जवाब हो रहे हैं, लेकिन वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। यह धर्म मर्यादा की बात है। एक ओर हम नवरात्र या किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में बेटियों को माता वैष्णो देवी का रूप मानकर उनकी पूजा करते हैं, दूसरी तरफ समाज में उन्हीं की आबरू से खिलवाड़ करने वाले राक्षस भी हैं। इन राक्षसों को बख्शा नहीं जाएगा। बहन-बेटी सबकी बराबर होती हैं। साथ ही इस मामले में फिरोजपुर कैंटोनमैंट बोर्ड के मनोनीत राजनैतिक सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट योगेश गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हालांकि कई परिवारों ने अपने हाथ वापस खीचने की कोशिश की है, लेकिन मामला सामने आने के बाद इसे अंजाम तक पहुंचाना ही सबसे बड़ी समाजसेवा और धर्म है। कई परिवारों की तरफ से एफिडैविट भी हमें मिल चुके हैं। जल्द ही इस मामले पर पूरा खुलासा किया जाएगा।
खास बात यह है कि एक ओर भाजपा नेताओं योगेश गुप्ता और इंदर गुप्ता को घोर ईमानदार छवि वाले नेता के रूप में देखा जाता है, वहीं अब इस मामले में आम आदमी पार्टी भी शामिल हो चली है। ऐसे में इस सबके बीच अब देखने वाली बात यह है कि यह घिनौना चेहरा कौन है, इसे सपोर्ट करने वाले कौन-कौन हैं और इन सबके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है, दूसरी ओर इस मामले में फिरोजपुर पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि पिछले 4-5 दिन से सोशल मीडिया पर इसको लेकर पोस्ट वायरल हो रही है और बावजूद इसके पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया।