Shaktimaan ने लड़कियों के लिए कही एक नंबर की बात, डूबकर मर जाना चाहिए बिना मतलब Controvercy बनाने वालों को
बुराई से लड़ने वाला शक्तिमान। अंधेरे को जीतने वाला शक्तिमान। अपने विचारों से दुनिया को जीना सिखाने वाला शक्तिमान। इसी शक्तिमान को देश के मीडिया ने एक अपराधी बना डाला। वह भी एक ऐसे अपराध के लिए, जो अपराध ही नहीं है। मसला कुछ यूं कि शक्तिमान के नाम से घर-घर में पहचान बना चुके फिल्म कलाकार मुकेश खन्ना ने बुधवार को लड़कियों के लिए एक बयान दिया है। उन्होंने कहा है, ‘कोई भी लड़की किसी लड़के को कहे कि मैं तुम्हारे साथ सैक्स करना चाहती हूं तो वो लड़की, लड़की नहीं है। वो धंधा कर रही है, क्योंकि इस तरह की निर्लज्ज बातें कोई सभ्य समाज की लड़की कभी नहीं कहेगी। अगर वो करती है तो वो सभ्य समाज की नहीं है। वो उसका धंधा है। आप उसमें भागीदार मत बनिए’।
मैं इस बात के लिए मुकेश खन्ना को रत्तीभर भी गलत नहीं मानता।
आप इतिहास उठाकर देख लीजिए। यह कहावत ऐसे ही नहीं चली आ रही कि हर झगड़े की जड़ जर, जोरू और जमीन होती हैं। सयाने कह भले ही गए हैं कि दुनिया के तमाम झगड़े जर, जोरू और जमीन की वजह से होते हैं, लेकिन यह बात भी उतनी ही सच्ची और कड़वी है कि इन तीन बलाओं से आज तक कोई बच ही नहीं पाया है। दूसरों को प्रवचन करने वाले भी नहीं। एक पल के लिए मान लेते हैं कि धन और जमीन पर झगड़ा न हो, लेकिन ऐसा हो ही नहीं सकता कि किसी फसाद के पीछे औरत जात न हो। पिछले कुछ बरसों से एक शब्द चलन में है Honeytrap यानि हुस्न का जाल…
इसी एक जाल में फंसने का ढोंग करने वाले एक ढूंढने निकलेंगे तो हजार मिल जाएंगे। अगर मुकेश खन्ना का पूरा वीडियो ध्यान से देखा जाए तो ऐसे ही लोगों के लिए यह बात कही गई है। ऐसे लोग सोशल मीडिया पर एक सुंदर सी फोटो देखते हैं और फिर अपना जमीर गिराते एक लम्हा भी नहीं लगाते। यह सभ्य समाज का हिस्सा है ही नहीं। हो भी नहीं सकता। अरे नरअधमो! डूबकर मर जाओ। एक कौआ भी छिपकर मैथून करता है। जरा सोचकर देखो कि सदियों से इसे गंदी बात क्यों कहते हैं।
अब उन बेवकूफों की बेवकूफी पर भी आता हूं, जो जरा-जरा सी बात को विवादित कह डालते हैं। ये वो लोग हैं, जो कहने भर को अपने आप को भारत देश के एक स्वस्थ लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में दिखाते हैं। असल में सबसे ज्यादा पथभ्रष्ट तो आज के माहौल में मीडिया वाले ही हैं। अगर ये अपनी औकात को याद रखें तो न तो नुपुर शर्मा अपराधी बनती और न ही मुकेश खन्ना जैसे संस्कार की बात करने वाले को ही आप विवादित कहते।
——
BMSahab
संपादक (शब्द चक्र न्यूज)