सबके काम की बात: जानें कैसे गिरती है बिजली और कैसे रह सकते हैं सुरक्षित
वैब डैस्क. मॉनसून दस्तक दे चुका है। देशभर में रोज यहां-वहां जब-तब बारिश हो रही है। इस बीच बहुत सी घटनाएं बिजली गिरने से जानी नुकसान की भी सामने आ चुकी हैं। बीते दिन मध्य प्रदेश के दो इलाकों में बिजली गिरने से 11 लोगों की जान चली गई। वैसे मौत एक अटल सच्चाई है। कुदरत के नियम को कोई नहीं बदल सकता। कब किसका वक्त आ जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता, फिर भी ऐहतियात बहुत बड़ी चीज है। ऐसे में शब्द चक्र न्यूज आपको बता रहा है कि आखिर बिजली गिरती कैसे है और बिजली गिरने की स्थिति में आप किन-किन बातों का ध्यान रखकर अपने आप को महफूज रख सकते हैं।
सबसे पहले बात आती है। बिजली कड़कने की तो यह एक प्राकृतिक ऊर्जा संचरण के सिद्धांत पर काम करती है। विज्ञान के अनुसार आसमान में जब धनात्मक (Positive Energy) और ऋणात्मक (Negative Energy) वाले बादल आपस में टकराते हैं तो बहुत ऊंचे स्तर की बिजली पैदा होती है।
नमी वाली हवा के संपर्क में आकर यह गतिमान हो जाती है। ऐसा वहां होने की संभावना ज्यादा होती है, जहां बादलों की एक शृंखला हो। इसे विज्ञान की भाषा में ट्रफ लाइन कहा जाता है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो बादलों से गिरने वाली बिजली की ऊर्जा एक अरब वोल्ट तक हो सकती है। तापमान भी सूरज की ऊपरी सतह से कहीं ज्यादा होता है।
ये उपाय आ सकते हैं काम
- अगर बारिश के मौसम में आप कहीं खुले स्थान पर हैं तो सबसे पहले किसी पक्की इमारत का रुख करें। खिड़की-दरवाजे आदि से दूर ही रहें। जंगल में हैं तो किसी बौने और सघन पेड़ की शरण में चले जाएं।
- अगर पक्की इमारत या किसी बौनी ऊंचाई वाले सघन पेड़ की शरण लेना संभव न हो तो जहां हों, वहीं दोनों कानों को हाथ लगाते हुए ऊकड़ू बैठ जाएं। शरीर को एकदम सीधा रखें।
- अगर आप किसी वाहन (जैसे कार) में हैं तो उसके अंदर ही रहें। बाहर निकलने की गलती कतई मत करें। अगर मोटरसाइकल या साइकल पर हैं तो उसे तुरंत छोड़कर दूर हो जाएं, क्यों उस वक्त आप धातू के सीधा संपर्क में होते हैं।
- मौसम खराब होने पर ज्यादा ऊंचाई वाली जगहों और जलाशयों आदि से तुरंत दूरी बना लें। मोबाइल फोन पर बात न करें। जहां भी खड़े हों, ग्रुप में खड़े न हों। पैरों के नीचे सूखे पत्ते या कोई रबड़ वाली चीज रख लें। ध्यान रहे, आसपास कोई टैलीफोन या इलैक्ट्रिक केबल और खंभा वगैरह न हो।
- बिजली गिरने पर पीड़ित को तुरंत संजीवनी क्रिया की मदद दे सकते हैं। आपको कार्डियक अरैस्ट की स्थिति से निपटना भी जरूर आना चाहिए। साथ ही किसी कंबल या बोरी से गर्माहट दें।