Covid का खौफ: 6.6 की पॉजिटिविटी रेट के बीच हिमाचल में स्वास्थ्य कर्मचारियों के Transfer पर लगी रोक; केंद्र सरकार से फिर मांगी वैक्सीन
- स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा-कोरोना से निपटने के लिए अस्पतालों और मैडिकल कॉलेजों में व्यवस्था पूरी
- चंबा मैडिकल कॉलेज के एमएस ने बताया-सोमवार को कोविड को लेकर मॉक ड्रिल कर स्टाफ और लोगों को सतर्क किया
राजेन्द्र ठाकुर/चम्बा
देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर डराना शुरू कर दिया। संक्रमण इतना कि सूबे में पॉजिटिविटी रेट 6.6 पहुंच चुका है और इसके खौफ से निपटने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों के तबादले तक रोकने का आदेश जारी हो चुका है। विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो इस समय कोरोना पीड़ित सात मरीज वैंटिलेटर पर हैं। इसी बीच अब पंचायत स्तर पर तपेदिक और अन्य रोगों से ग्रसित लोगों का आंकड़ा इकट्ठा करने पर जोर दिया जा रहा है।
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में औसतन हर दिन एक कोरोना संक्रमित की मौत हो रही है। बीते शनिवार को तो पिछले आठ माह बाद एक ही दिन में तीन मरीजों की जान चली गई। मौजूदा स्थिति में पॉजिटिविटी दर 6.6 पहुंच गई है। हालांकि इस स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि कोरोना से निपटने के लिए अस्पतालों में पर्याप्त इंतजाम और वैंटिलेटर हैं।
इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए अस्पतालों और मैडिकल कॉलेजों में व्यवस्था पूरी है। कोरोना वार्डों को ऑक्सीजन से जोड़ा गया है। विभाग ने अस्पताल प्रबंधन, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अलर्ट किया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ हर रोज विभागीय अफसरों की कोरोना के हालात को लेकर बैठक होगी। विशेष परिस्थितियों में ही कर्मचारियों के तबादले होंगे। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश की सरकार ने केंद्र को दोबारा वैक्सीन उपलब्ध करवाने का रिमाइंडर भेजा है।
मॉक ड्रिल करके स्टाफ और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई
उधर, चंबा स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू मैडिकल कॉलेज के मैडिकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट तैयार कर रहा है कि घरों में कितने सदस्य हैं, कौन सर्दी, खांसी और जुकाम से पीड़ित है और कितने लोगों ने बूस्टर डोज लगवाई है। गंभीर मरीजों को अस्पताल में इलाज करने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार को कोविड को लेकर मॉक ड्रिल करके स्टाफ और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। अगर खांसी, बुखार या कोई भी लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और मास्क भी जरूर लगाकर रहें।