Language University की छात्राओं को खाली पेट जाना पड़ा पेपर देने; नहीं तो आप ही बताएं-नाश्ते में कैसे खाती बीड़ी
लखनऊ. सुबह-सुबह का वक्त हो। खा-पीकर पेपर देने निकला हो और हॉस्टल के मैस में आपको कोई ऐसी चीज मिल जाए, जिसे आप तो क्या कोई भी नहीं खा सकता। असल में वो चीज खाने की हो ही न तो फिर आप क्या करेंगे? शायद, बिना खाए ही निल जाएंगे। हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में ऐसा ही हुआ। घटना रानी लक्ष्मी बाई महिला छात्रावास की है। सोमवार को सुबह के खाने में इडली बनी थी, जिन्हें देखकर हर किसी के मुंह में पानी आ रहा था। एकाएक, इडली को देखकर ही छात्राओं का मन भर आया और फिर खाए ही निकल गई। भई, इडली तो खाने की चीज होती है, फिर ऐसा क्या हुआ? आइए जानते हैं कि इतने लजीज व्यंजन को छात्राओं ने क्यों नहीं खाया…
बताया जा रहा है कि सोमवार को नाश्ते में परोसी गई इडली में जली बीड़ी निकलने से नाराज छात्राओं ने हॉस्टल के ग्रुप पर वार्डन से शिकायत करते हुए कार्रवाई करने की मांग की। छात्राओं को परीक्षा देने जाना था। वे बिना नाश्ता किए ही परीक्षा के लिए निकल गई। इस मामले में मैस संचालक संजय मेहरा का कहना है कि रविवार रात मैस में खाना बनाने का काम करने वाले एक कर्मचारी को फटकार लगाई गई थी। इसके बाद उसने नाराज होकर सुबह लड़कियों के छात्रावास में खाना बनाते वक्त इडली में जली बीड़ी डालने की शरारत कर दी। इस हरकत पर उसे तत्काल सेवा से हटा दिया गया है। उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। वहीं, विश्वविद्यालय की प्रवक्ता डॉ. रुचिता चौधरी का कहना है कि मामले की जांच के लिए विवि प्रशासन ने पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की है। समिति को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।