चंडीगढ़ में हुआ अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक महासंघ का प्रतिनिधि सम्मेलन, डॉ. धर्मेन्द्र शास्त्री बने प्रांत कार्यकारिणी के प्रधान
चंडीगढ. चंडीगढ के सैक्टर-29 स्थित सेवा भारती भवन में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक महासंघ का प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया गया। सम्मेलन में चंडीगढ के सैकड़ों टीचर्स ने भाग लिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. धर्मेन्द्र शास्त्री ने की, वहीं मुख्य अतिथि के रूप में महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मन्त्री महेन्द्र कपूर शामिल हुए। साथ ही इस सम्मेलन में राष्ट्रीय सचिव पवन मिश्रा और हिमाचल ABRSM के अध्यक्ष पवन कुमार भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मंच संचालन डॉक्टर शंकर मोहन ने किया। इसके अलावा, आज अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक महासंघ चंडीगढ का चुनाव भी हुआ, जिसमें विभिन्न पदाधिकारियों का चयन सर्वसम्मति से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक महासंघ चण्डीगढ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. धर्मेन्द्र शास्त्री और उनकी टीम ने मुख्य अतिथि महेन्द्र कपूर, विशेष अतिथियों पवन मिश्रा और पवन कुमार को पुष्पगुच्छ व शाल देकर सम्मानित किया। इसके बाद बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे महेन्द्र कपूर ने दीप प्रज्ज्वलित किया। अपने भाषण में डॉ. धर्मेन्द्र ने अध्यापकों का आह्वान किया कि सभी अध्यापक अपने विद्यार्थियों को बढिया संस्कार दें, ताकि सुन्दर और सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया जा सके। उन्होंने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक महासंघ के उद्देश्यों पर विस्तार से बात की।
अध्यापकों की समस्याओं पर बाते करते हुए डॉ. धर्मेन्द्र ने कहा कि चंडीगढ के अध्यापकों की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ हल करवाया जाएगा। 2015 में भर्ती हुए टीचर्स के लिए छठे और सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाकर उन्हें वित्तीय लाभ दिलवाना, 2004 के बाद भर्ती हुए टीचर्स के लिए पुरानी पैंशन बहाल करवाना, सभी तरह के कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स (एसएसए टीचर्स, कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स, गैस्ट टीचर्स, कम्प्यूटर टीचर्स आदि) को रैगुलर करवाने और उनके लिए सुरक्षित नीति बनवाने के लिए विशेष प्रयास किया जाएगा।एनटीटी इन्टर्न्स को टीचर का दर्जा दिलवाया जाएगा और उनकी सैलरी बढवायी जाएगी। टीचर्स के केन्द्रीय सेवा नियमों के तहत मिलने वाली 8 अकस्मात छुट्टियां को बढवाने व अन्य जरूरी मांगों पर प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित जी व अन्य उच्चाधिकारियों से मिलने के लिए जल्द एक प्रतिनिधिमंडल जाएगा और सभी मांगों को हल कराने का प्रयास किया जाएगा।
किस शख्सियत को मिली कौन सी जिम्मेदारी?
प्रान्त कार्यकारिणी में डॉ. धर्मेन्द्र शास्त्री को अध्यक्ष, डॉ. राजकुमार शांडिल्य को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, डॉ. शंकर मोहन को उपाध्यक्ष और रजनी तनेजा को महिला उपाध्यक्ष चुना गया है। आचार्य संजय रोहिल्ला को संगठन के प्रांत महामंत्री की, मुनीश कुमार को कोषाध्यक्ष, संजय मैनन और डॉ. मञ्जू सच्चर को सचिव/मन्त्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सेवा सिंह इस संगठन के मीडिया प्रमुख बने, वहीं पुष्पेंद्र कुमार को उनके साथ लगाया गया है।
जिला स्तरीय कार्यकारिणी में जिला नम्बर 1 में शमशेर सिंह को जिलाध्यक्ष और कीर्ति को मन्त्री बनाया गया है। जिला नम्बर 2 में आजाद सिंह को जिलाध्यक्ष और गोविंद शर्मा को मन्त्री बनाया गया है। जिला नम्बर 3 में मनीष कुमार को जिलाध्यक्ष और कपिल शर्मा को मन्त्री बनाया गया है। इसी के साथ जिला नम्बर 3 में ओमप्रकाश यारा को जिलाध्यक्ष तो मञ्जीत कौर को मन्त्री के रूप में चुना गया।