पूत हुआ कपूत: बीमार मां की मजबूरी का फायदा उठा बैंक अकाउंट और लॉकर किए साफ; अब मार-पीटकर घर से निकाला
फिरोजपुर. ‘बाप बड़ा न भैया, सबसे बड़ा रुपइया…’। यह कहावत ऐसे ही नहीं बनी। कुछ लालची लोग जब अपनी औकात दिखा देते हैं-अपना जमीर गिरा देते हैं तो फिर हर किसी के मुंह से यही शब्द सुनने को मिलते हैं। हाल ही में पंजाब के फिरोजपुर से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। शहीदों के शहर में मीडिया के सामने फूट-फूटकर रोई एक लाचार विधवा और बीमार मां ने जो दास्तां सुनाई है, उसमें एक पूत के कपूत हो जाने की कहानी है। आरोप है कि इस कथित कपूत ने विधवा मां की बीमारी का फायदा उठाकर न सिर्फ बैंक अकाउंट और लॉकर साफ कर डाले, बल्कि अब सिर पर छत भी नहीं छोड़ी। मार-पीटकर घर से निकाल दिया। अब बेचारी लाचार मां इंसाफ की बाट जोह रही है।
मिली जानकारी के अनुसार फिरोज़पुर कैंट के बाजार नंबर 2 की मधु अग्रवाल के पति बैंक में नौकरी करते थे। उनकी मौत के बाद वह (मधु) अपने इकलौते बेटे के साथ रहती थी। प्रैस क्लब पहुंची इस महिला ने बताया कि यह अक्सर बीमार रहती है और इसी कारण पैंशन और बैंकिंग संबंधी दूसरे काम-काज के लिए बेटे को ही भेजती थी। इसी बात का फायदा उठाकर उसने (बेटे ने) सभी अकाउंट खाली कर दिए। लॉकर में रखे सोने-चांदी के सारे जेवरात भी निकलवा लिए। एक दिन जब डॉक्टर के पास गई तो लौटने के बाद बेटे ने उसे मार-पीटकर घर से बाहर निकाल दिया।
महिला ने बताया कि बेटे ने घर का सारा सामान लेकर कब्जे में कर लिया और घर को ताला लगाकर दिल्ली चला गया। पीड़ित महिला ने इस मामले को लेकर पुलिस को कंप्लेन दी है, लेकिन पुलिस ने आज तक कुछ नहीं किया। वह अब बेटी के घर रह रही है। इसी के साथ महिला की बेटी ने कहा कि उसकी मां के साथ उसके भाई ने धक्का किया है। सारी संपत्ति कब्जे में लेकर उसे बीमार हालत में घर से निकाल दिया।
दूसरी ओर इस मामले को लेकर शब्द चक्र न्यूज की तरफ से फिरोजपुर के एसपी-डी रणधीर कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘मुझे अभी यह जानकारी मिली है। जल्द ही इस मामले की जांच करके पीड़ित को इंसाफ दिलाया जाएगा’। उन्होंने पुलिस के नीचले स्तर के स्टाफ द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने के आरोप पर कहा कि इस पहलू की भी पूरी पड़ताल की जा रही है।