Google पर Suicide के तरीके ढूंढ रहा था 28 साल का युवा; तुरंत अलर्ट हुई मुंबई पुलिस, ऐसे बचाई जान
मुंबई: मायानगरी मुंबई से गुरुवार को एक सनसनीखेज वाकया सामने आया है। यहां 28 साल का एक युवक सर्च इंजन गूगल Google) पर आत्महत्या के तरीके ढूंढ रहा था। अचानक भनक पाकर मुंबई पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई और उसे ट्रेस करते हुए वक्त रहते उसकी जान बचा ली। साथ ही आम लोगों से अपील की है कि हमें पता चलते ही ऐसे लोगों को तुरंत बचाने की दिशा में कदम उठाना चाहिए। इसे समय पर, साक्ष्य-आधारित और अक्सर कम लागत वाले हस्तक्षेप से रोका जा सकता है। जरूरत है तो राष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं के प्रभावी होने के लिए एक व्यापक बहुक्षेत्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति की।
बचाया गया यह युवक मूल रूप से राजस्थान का निवासी है और इन दिनों मुंबई के मलाड वैस्ट में रह रहा है। इस बारे में मुंबई पुलिस के सूत्रों से जानकारी मिली है कि विभाग को The International Criminal Police Organization (INTERPOL) की तरफ से एक ईमेल भेजी गई थी। इसमें कहा गया था कि वह व्यक्ति Google पर ‘आत्महत्या करने के तरीके’ खोज रहा था। मामले पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने उस शख्स का मोबाइल नंबर ट्रेस किया।
“वह व्यक्ति मुंबई के मलाड पश्चिम में अपने रिश्तेदार के यहां रहता था क्योंकि उसकी मां एक मामले के सिलसिले में जेल की सजा काट रही थी। वह एक निजी कंपनी में काम करता था और पांच या छह महीने पहले उसकी नौकरी छूट गई थी। उसने नौकरी की तलाश करने की कोशिश की, लेकिन नहीं मिली। दूसरी ओर, उसकी मां को भी जमानत नहीं मिल रही थी। स्थिति से परेशान होकर, वह व्यक्ति अवसाद से पीड़ित हो गया और उसने गूगल पर ‘आत्महत्या करने के तरीके’ खोजे”, मुंबई पुलिस ने कहा।
इसमें कहा गया, “पुलिस उस व्यक्ति के घर पहुंची और उसे पुलिस स्टेशन ले गई। बाद में, पुलिस अधिकारियों ने उसे समझाया जिसके बाद उसने आत्महत्या का विचार छोड़ दिया। उसके रिश्तेदार से संपर्क किया गया और बाद में उस व्यक्ति को घर भेज दिया गया।” इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शख्स को बचाया जो वैवाहिक विवाद को लेकर इंस्टाग्राम लाइव पर आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उसकी जान बच गई।
शख्स ने खुद को ब्लेड से गंभीर रूप से घायल कर लिया, जिसके चलते पुलिस ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हर साल 7,03,000 लोग अपनी जान ले लेते हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि आत्महत्या सिर्फ उच्च आय वाले देशों में नहीं होती बल्कि दुनिया के सभी क्षेत्रों में एक वैश्विक घटना है। वास्तव में, 2019 में 77 प्रतिशत से अधिक वैश्विक आत्महत्याएं निम्न और मध्यम आय वाले देशों में हुई।