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गांव घुद्दा की पंचायत का बिल पास करने के बदल महिला सरपंच के पति से MLA के PA रेशम सिंह ने यह रिश्वत ली थी
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विधायक के दबाव में कई साल से पेमैंट अटकाए बैठा था ब्लॉक डैव्लपमैंट एंड पंचायत अफसर
बठिंडा. पंजाब के बठिंडा में गुरुवार देर शाम विजिलैंस ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमित रतन कोटफत्ता को रिश्वत लेते पकड़ा है। बताया जा रहा है कि इलाके के गांव घुद्दा की पंचायत का बिल पास करने के बदल महिला सरपंच के पति से MLA के PA रेशम सिंह ने यह रिश्वत ली थी। जैसे ही पैसे लेकर असिस्टैंट रेशम ने रिश्वत की रकम गाड़ी में रखी, उसी वक्त ट्रैप लगाए तैयार खड़ी विजिलैंस टीम ने दोनों को धर-दबोचा। जितनी शर्मनाक घटना घूसखोरी की है, उससे कहीं ज्यादा हैरान कर देने वाली एक और घटना इस वक्त घटी और वो ये है कि विधायक ने अपने असिस्टैंट रेशम के साथ कोई लेना-देना होने से नकार दिया। बहरहाल, इस मामले में कार्रवाई जारी है। पता चला है कि विजिलैंस ने सर्किट हाउस से पकड़े गए विधायक और उसके निजी सहायक (PA) को पुलिस के हवाले कर दिया है।
विजिलैंस की टीम ने यह कार्रवाई विजिलैंस ने DSP संदीप सिंह की अगुआई में की है। मिली जानकारी के मुताबिक गांव घुद्दा की सरपंच सीमा रानी के पंचायत के पैसे और ग्रांट फंसी हुई थी। हालांकि कायदे की बात करें तो यह राशि ब्लॉक डैवलपमैंट एंड पंचायत अफसर रिलीज करता है, लेकिन आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफत्ता के दबाव में संबंधित अधिकारी इस रकम को फंसाए बैठा था और इसी को रिलीज कराने के एवज में विधायक ने के निजी सहायक (PA) रेशम सिंह ने सरपंच से 4 लाख की रिश्वत मांगी थी। सरपंच प्रतिनिधि की शिकायत पर विजिलैंस द्वारा ट्रैप लगाने के बाद गुरुवार को जैसे रेशम सिंह ने रिश्वत की रकम लेकर गाड़ी में रखी, उस वक्त विधायक कोटफत्ता गाड़ी से उतरकर कुछ लोगों से बात कर रहा था। भनक लगते ही रेशम सिंह ने भागने की कोशिश की, उसे तुरंत धर-दबोचा। इसके बाद विधायक को भी टीम ने हिरासत में ले लिया। दोनों को सर्किट हाउस में बिठाकर पूछताछ की जा रही है।
इस बारे में सरपंच सीमा रानी के पति प्रीतपाल कुमार ने कहा कि बीडीपीओ दफ्तर वाले उन्हें 4 साल से तंग कर रहे थे, क्योंकि कभी इनको चढ़ावा नहीं चढ़ा। इसके बाद उन्होंने बठिंडा देहात के विधायक अमित रतन कोटफत्ता को बताया तो 25 लाख की पैंडैंसी को लेकर विधायक ने पूछा कि हमें क्या दोगे? इस पर प्रीतपाल ने आज तक किसी को पैसे नहीं देने की बात कही तो विधायक ने गांव में इज्जत-बेइज्जती का हवाला देकर पेमैंट रीलीज करवाने के एवज में 5 लाख मांगे और परेशान कर 7-8 लाख की पेमैंट करवा दी। फिर सौदे वाली रकम के लिए दबाव बनाया जाने लगा तो विजिलैंस को शिकायत देनी पड़ी।
उधर विजिलैंस की कार्रवाई के विधायक अमित रतन कोटफत्ता ने कहा, ‘रेशम सिंह से मेरा कोई संबंध नहीं है। वह मेरा पीए भी नहीं है। जिसने भी रिश्वत ली है, उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाना चाहिए। पुलिस प्रशासन से अपील है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए’।