शब्द चक्र न्यूज ब्यूरो/फिरोजपुर
मानवता की सेवा को समर्पित फिरोजपुर वैलफेयर क्लब पिछले 24 साल से मानव कल्याण के कार्य कर रहा है। क्लब का मुख्य कार्य बेसहारा लोगों का पूरे धार्मिक रीति के साथ दाह-संस्कार करना है। अब तक फिरोजपुर वैलफेयर क्लब 1200 लोगों का वारिस बनकर उनकी अंतिम यात्रा में सहयोगी बन चुका है। साल 2024 में भी क्लब की तरफ से 52 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। साथ ही 15 यूनिट ब्लड भी क्लब के सदस्यों ने डोनेट किया। आज इसी पुनीत कार्य को समर्पित क्लब ने एक हवन-यज्ञ और भोज का भी आयोजन किया। देखें Video
बता दें कि फिरोजपुर वैलफेयर क्लब की स्थापना जुलाई 2000 में की गई थी। इस बारे में संस्था के वरिष्ठ सदस्य एडवोकेट जेएस कुमार और अन्य ने बताया कि किसी लावारिस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती थी तो उसका संस्कार कमेटी द्वारा किया जाता था। हालांकि इसमें एक सम्मान की कमी खलती थी। एक तो पार्थिव शरीर को कूड़े वाली रेहड़ी में डालकर ले जाया जाता था और दूसरा अंतिम संस्कार भी पूरी रीति से नहीं किया जाता था। वर्ष 2000 में फिरोजपुर छावनी रेलवे स्टेशन के पास झुग्गी में रह रहे कुछ गरीब लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत गई थी तो उस वक्त के डिप्टी कमिश्नर कुलबीर सिंह सिद्धू ने कहा था कि फिरोजपुर में बहुत सी समाजसेवी संस्थाएं हैं, लेकिन क्या कोई ऐसी संस्था भी है, जो गरीब और लावारिस लोगों का दाह संस्कार कर सके। इससे प्रेरित होकर फिरोजपुर वैलफेयर क्लब रजिस्टर कराया गया।
हालांकि शुरू में लावारिस शव दाह संस्कार के लिए आने पर क्लब क सदस्यों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि शव को पोस्टमॉर्टम परिसर से उठाकर श्मशान तक ले जाने के लिए क्लब के पास कोई साधन नहीं था। टैंपो वालों की मिन्नतें करनी पड़ती थी। ऐसे में सबसे पहले क्लब के सदस्यों शव वाहन तैयार कराया। दो वर्ष बाद रैडक्रॉस की एक पुरानी एम्बुलैंस तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर लद्दड़ ने क्लब को मुहैया करवाई। इसके बाद फिरोजपुर के उद्योगपति और क्लब के पैटरन स्व. श्री रविकांत गुप्ता की तरफ अपने पिता जी की याद में एक एम्बुलैंस भेंट की गई। नो प्रोफिट नो लॉस पर चलाई जा रही यह एम्बुलैंस बीमार लोगों को फिरोजपुर से दूसरे शहरों में लाने-ले जाने का काम कर रही है। बाद में क्लब की सेवा को देखते हुए जालंधर के श्री सूरज प्रकाश वढेरा के परिवार ने अपनी माता जी की याद में एक शव वाहन दान किया।
क्लब के पदाधिकारियों ने बताया कि क्लब की तरफ से लावारिस लोगों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का खर्च रैडक्रॉस द्वारा दिया जाता है। क्लब द्वारा शव को संभालने के लिए फ्रीजर सेवा भी दी जाती है। इस समय विभिन्न दानी सज्जनों की तरफ से भेंट किए गए 10 फ्रीजर क्लब के पास मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा क्लब की तरफ से पौधरोपण, बीमारों का इलाज कराने और ब्लड डोनेशन भी किया जाता है।