- श्री बालाजी ट्रस्ट की तरफ से मेहंदीपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच में जमा करवाए गए थे 13 करोड़ रुपए के सिक्के
- शक होने पर गिनती करवाई गई तो सिर्फ 1 करोड़ 65 लाख रुपए के सिक्के ही मिले, हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी जांच
- जैतो के रहने वाले पांच लोगों के बैंक खातों के जरिये IPL या शेयर मार्केट में लेन-देन का शक मिटाने को 5 घंटे की छानबीन
फरीदकोट. राजस्थान के मेहंदीपुर स्थित श्री बालाजी धाम की धनराशि में 11 करोड़ 35 लाख रुपए के घपले का कनैक्शन पंजाब के फरीदकोट से जुड़ता नजर आ रहा है। शक जताया जा रहा है कि यह पैसा यहां के 5 लोगों के बैंक खातों में लेन-देन करके या तो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) पर खर्च कर दिया गया या फिर शेयर मार्केट में लगा दिया गया। इसी पहलू की पड़ताल करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने फरीदकोट जिले के कस्बा जैतो में छापा मारा है। टीम ने यहां 5 संदिग्ध लोगों के घर पहुंचकर पूरे 5 घंटे तक पूछताछ की और कुछ रिकॉर्ड भी जब्त किया है।
दरअसल, एडवोकेट जसवंत सिंह जस के मुताबिक राजस्थान के मेहंदीपुर स्थित श्री बालाजी ट्रस्ट की तरफ से मेहंदीपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की ब्रांच में करीब 13 करोड़ रुपए के सिक्के जमा करवाए गए थे। पांच साल पहले जब बैंक के नए मैनेजर ने पदभार संभाला था तो उसने सिक्के कम पाए। उसके बाद सिक्कों की गिनती करने के लिए एक प्राइवेट कंपनी को टैंडर दिया गया था। कंपनी की तरफ से बताया गया कि कथित तौर पर जमा करवाए गए 13 करोड़ की बजाय सिर्फ 1 करोड़ 65 लाख रुपए के ही सिक्के हैं। उस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस की मदद लेकर बैंक प्रबंधन कोर्ट की शरण में चला गया। जयपुर स्थित राजस्थान हाईकोर्ट की बैंच ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपी दी।
सूत्रों के अनुसार सीबीआई को शक है कि उस समय घोटाले का पैसा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और शेयर मार्केट में लगा दिया गया। लेन-देन फरीदकोट जिले के कस्बा जैतो के 5 लोगों के बैंक खातों में हुआ। इसी की पड़ताल करते हुए सीबीआई की टीम गुरुवार शाम को यहां पहुंची। हालांकि टीम की तरफ से इस संबंध में मीडिया को कोई जानकारी सांझा करने से गुरेज किया गया, लेकिन गुप्त सूत्रों से पता चला है कि कस्बे के पांच संदिग्धों के घर पहुंचकर उनसे, उनके परिजनों-परिचितों से पूछताछ की और कुछ रिकॉर्ड भी कब्जे में लिया है।