मंडी : हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने एक बार फिर विपक्ष पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 4 जून के बाद कांग्रेस नेताओं समेत और इंडी गठबंधन (I.N.D.I. Alliance) के लोग एक-दूसरे के कपड़े फाड़ते नजर आएंगे। चुनावी नतीजे सामने आते ही शाम को ही कहकहे लगने शुरू हो जाएंगे कि कांग्रेस ने लुटिया डुबो दी। कांग्रेस का शाही परिवार हार का ठीकरा खरगे के सिर फोड़कर छुट्टियां मनाने विदेश चला जाएगा और बेचारे खरगे कार्यकर्ताओं का गुस्सा सहते-सहते थक जाएंगे।
16 माह में छोटे मियां ने एक भी गारंटी नहीं की पूरी
दरअसल, अपने बड़े बोलों की वजह से चुनाव आयोग के निशाने पर आईं भाजपा प्रत्याशी कंगना ने सोमवार को बल्ह, सदर और द्रंग विधानसभा में आयोजित चुनावी जनसभाओं में क्षेत्र की जनता से वोट की अपील की। इस दौरान कंगना ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मंच से सिर्फ झूठे आश्वासन और मुंगेरी लाल के सपने दिखाए गए। राहुल गांधी ने मंच से झूठी गारंटियों की झड़ी लगा दी, क्योंकि उन्हें पता है कि न उनकी सरकार आनी है न उन्हें गारंटियां पूरी करनी हैं। हिमाचल में छोटे मियां यानी सुक्खू की गारंटियां पूरी हुई नहीं, बड़े मियां राहुल गांधी दो-चार और गारंटियां दे गए। 16 माह में एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई। पांच लाख युवा नौकरियाें का इंतजार कर रहे हैं। कंगना ने कहा कि अल्पसंख्यक संस्थानों में अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण से वंचित करने के लिए कांग्रेस और इसके गठबंधन के मित्र जिम्मेदार हैं। देश के कई अल्पसंख्यक संस्थानों में अनुसूचित जाति, जनजाति के विद्यार्थियों को इन्हीं लोगों ने दूर किया है।
अयोध्या और जम्मू-कश्मीर के मुद्दों पर कांग्रेस को जमकर घेरा कंगना ने
कंगना ने कहा कि इंडी गठबंधन और कांग्रेस वाले देश को डराते थे। कहते थे अगर राम मंदिर बना तो देश में बवाल हो जाएगा, खून की नदियां बह जाएंगी। अयोध्या में भव्य राममंदिर के रूप में हमारी 500 वर्षों की प्रतीक्षा पूरी हुई है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर मोदी सरकार ने शांति स्थापित करने का काम किया है। ऑपरेशन गंगा युद्धग्रस्त क्षेत्र से ना सिर्फ भारतीयों को सुरक्षित बाहर लाने का माध्यम बना, बल्कि दुनिया ने मोदी सरकार में सशक्त भारत की बुलंद तस्वीर भी देखी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का राजनीतिक करियर जितना फ्लाप है, उतनी ही फ्लाप उनकी ऊना की रैली रही।