- 301 विद्युत ट्रांसफार्मर और 61 पेयजल योजनाएं भारी बारिश की वजह से प्रभावित, मौसम विभाग की तरफ से अगले 24 घंटे में भी जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी
राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
हिमाचल प्रदेश में बारिश की तबाही का दौर जारी है। तमाम नदी-नाले उफान पर हैं। इसी बीच चंबा जिले में भी 125 के सड़कें बंद हो चुकी हैं। बावजूद इसके एक ओर मौसम विभाग ने अभी बारिश को लेकर और अलर्ट जारी रखा है, वहीं चंबा प्रशासन की तरफ से जिलावासियों को ऐहतियात बरतने की सलाह दी है। उपायुक्त एवं अध्यक्ष ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने कहा है कि लगातार भारी बारिश के चलते सभी महत्वपूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। बाकी लोगों से अपील है कि वो बहुत जरूरी हो तो ही घरों से निकलें, नदी-नालों से दूर ही रहें और किसी भी तरह की कोई आपात स्थिति बनती है तो तुरंत हैल्पलाइन नंबर 1077 पर कॉल करें। आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारियों को विशेष सतर्कता रखने के निर्देश जारी किए हैं।
बिगड़े हालात के बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि ज़िले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कारण लोक निर्माण विभाग, जलशक्ति विभाग समेत विभिन्न विभागों की कई परियोजनाओं को नुकसान पहुंचा है। रविवार दोपहर 1 बजे तक जिले में भारी बारिश के बाद लगभग 125 सड़कें यातायात के लिए बंद हो चुकी हैं। इसी तरह 301 विद्युत ट्रांसफार्मर और 61 पेयजल योजनाएं भारी बारिश की वजह से प्रभावित हुई हैं। इन्हें यथाशीघ्र बहाल करने के प्रयास जारी हैं। नदियों में जलस्तर खतरनाक तरीके से बढ़ा हुआ है। प्रशासन का ध्यान लोगों की सुरक्षा पर है। तमाम अधिकारी और आवश्यक मशीनरी फील्ड में तैनात हैं।
उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसी बीच चमेरा डैम में सिल्ट भरने के कारण उनकी सफाई के लिए डैम के गेट खोले गए हैं। ऐसे में रावी नदी में जल स्तर और बढ़ सकता है। उन्होंने सभी नागरिकों और पर्यटकों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है। अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री नम्बर 1077 या दूरभाष नम्बर 01899-226950, 98166-98166, 97360-06786, 70185-80452 पर सूचित करें। आपदा प्रबन्धन केन्द्र चौबीसों घंटे क्रियाशील है।