World Heart Day पर भाषण में दिव्या और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में कशिश अव्वल
चम्बा (राजेन्द्र ठाकुर). चंबा में स्वास्थ्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से बीते दिन पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा की नर्सिंग स्टूडेंट्स के साथ मिलकर विश्व हृदय दिवस (वर्ल्ड हार्ट डे ) 2023 का आयोजन किया गया। जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कपिल शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरित पुरी ने। इस मौके पर नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं द्वारा भाषण प्रतियोगिता एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें भाषण प्रतियोगिता में दिव्या ने पहला, आंचल ने दूसरा तथा पारीका ने तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में कशिश ने पहला, मेघा ने दूसरा और रिया ने तीसरा स्थान हासिल किया। अंत में सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
- पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की नर्सिंग स्टूडेंट्स के साथ मिलकर स्वास्थ्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने किया कार्यक्रम का आयोजन
इस अवसर पर डॉ. पुरी ने बताया कि हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस का आयोजन लोगों में हृदय संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूकता लाने, उनकी रोकथाम एवं बचाव के लिए प्रेरित करने के लिए किया जाता है। इस साल वर्ल्ड हेल्थ डे की थीम “use Heart know Heart ” यानि हर दिल के लिए दिल को जानना है, जिसका उद्देश्य अपने दिल की सेहत के लिए दिल पर कंट्रोल करके स्वस्थ जीवन शैली अपनाना, प्रकृति की रक्षा के लिए दिल से कार्य और मानवता की सेवा के लिए दिल से कार्य करना है।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कुलदीप बंसल ने बताया कि वर्तमान समय में हर साल लाखों लोग हृदय रोगों से ग्रसित हो रहे हैं जिस कारण हार्ट अटैक के कारण होने वाली मौतो में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसमें युवाओं की तादाद भी कम नहीं है। हृदय रोगों की परेशानियों से बचने एवं हृदय रोगों के निदान व उपचार के बारे में डॉ. बंसल ने बताया कि हृदय रोग के प्रमुख कारण या कारक कोलेस्ट्रोल का बढ़ना, धूम्रपान व शराब का सेवन, तनाव, मोटापा, उच्च रक्तचाप, उच्च मधुमेह या अनुवांशिकता हो सकते है। हृदय रोग संबंधी बीमारियां साइलेंट किलर कहलाती हैं। अगर समय पर जांच ना हो तो स्थिति गंभीर भी हो सकती है जिससे रोगी की जान जा सकती है।
उन्होंने हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में बताते हुए कहा कि यदि व्यक्ति की छाती में दर्द व बेचैनी महसूस हो या किसी को मतली आने के साथ पेट में दर्द होना, हाथ में दर्द होना समानतय: बाएं कंधे से दर्द धीरे-धीरे हाथों की ओर जाती है या कई दिनों तक खांसी-जुकाम होना और थूक का रंग सफेद या गुलाबी होना, सांस लेने में दिक्कत होना, सामान्य से अधिक पसीना आना जब व्यक्ति कोई काम ना कर रहा हो, पैरों में सूजन आना यह साइन सिस्टम हार्ट अटैक के हो सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने स्ट्रोक के लक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें व्यक्ति की एक या दोनों साइड की मांसपेशियां अचानक से जोर छोड़ जाएं या व्यक्ति का बोलना अस्पष्ट हो जाए या मुंह एक तरफ टेढ़ा हो जाए, यह लक्षण स्ट्रोक अथवा पैरालाइसिस के हो सकते हैं। इन स्थितियों अथवा लक्षणों वाले व्यक्ति को तुरंत तीन से चार घंटों ( गोल्डन आर्स) के बीच में उचित सुविधा से युक्त स्वास्थ्य संस्थान पहुंचाना चाहिए।
अंत में उन्होंने हृदय संबंधी बीमारियां से बचने के लिए जरूरी टिप्स बताते हुए कि व्यक्ति स्वस्थ जीवन शैली अपनाये जैसे हाई फाइबर एवं लो फैट वाली डाइट खाएं, नमक चीनी का कम प्रयोग करे , हरी सब्जियों का सेवन करें रोजाना एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ,सिगरेट व शराब का सेवन ना करें, मोटापे, हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर के मामलों में उन्हें कंट्रोल में रखें।इसके अतिरिक्त नियमित रूप से अपना हेल्थ चेकअप करवाते रहें। अगर बीपी, शुगर की दवाइयां ले रहे हैं तो उन्हें नियमित रूप से लें और डॉक्टर के आदेश अनुसार ही लें। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रोहित नड्डा, सीआर ठाकुर, एमईआईओ स्वास्थ्य शिक्षिका निर्मला ठाकुर दीपक जोशी उपस्थित रहे।