उत्कृष्ट प्रदर्शन करने चुकी जिले की 19 बालिकाओं को DC ने किया सम्मानित; ऑफिस में लगाया बेटी के नाम फलदार पौधा
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में पहली बार शामिल हुए चंबा जिला प्रशासन का साप्ताहिक कार्यक्रम का विधिवत समापन
राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
हिमाचल प्रदेश के चंबा में जिला प्रशासन द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत चलाया गया साप्ताहिक कार्यक्रम मंगलवार को विश्राम की ओर बढ़ गया। औपचारिक समापन समारोह के दौरान उपायुक्त दुनीचंद राणा ने शिक्षा, खूलकूद और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली जिले की 19 छात्राओं को सम्मानित किया। आज इस कार्यक्रम में एक और खास अवसर ने चार चांद लगा दिए। दरअसल, आज राष्ट्रीय बालिका दिवस है। इस अवसर पर उपायुक्त राणा ने एक बूटा बेटी के नाम अभियान के अंतर्गत अपने कार्यालय परिसर में फलदार पौधा रोपित किया।
ध्यान रहे, चंबा में 18 से 24 जनवरी तक बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत और आंगनवाड़ी केंद्र स्तर पर बेटियों के प्रति सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने सहित विभिन गतिविधियों का आयोजन किया गया। मंगलवार को जिला मुख्यालय पर इस विशेष साप्ताहिक कार्यक्रम के समापन समारोह में उपायुक्त दुनीचंद राणा बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने ‘एक बूटा बेटी के नाम’ अभियान के अंतर्गत अपने कार्यालय के परिसर में लौकाट का फलदार पौधा रोपित किया। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में विभिन्न गतिविधियों के साथ राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देने और बेटियों के महत्व के प्रति समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से महिला एवमं बाल विकास विभाग द्वारा 18 से 24 जनवरी तक बेटी बचाओ-बेटी पढाओ सप्ताह का आयोजन किया गया।
इस तरह चला साप्ताहिक कार्यक्रम
18 जनवरी को संकल्प एवमं शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन के साथ किया गया। इसमें पुलिस, स्वास्थ्य, पंचायत से सबंधित महिला कर्मचारियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि विभिन्न विभागों ने अच्छी भागीदारी निभाई। शपथ ग्रहण समारोह में आए लोगों ने हस्ताक्षर अभियान द्वारा अपनी उपस्तिथि दर्ज करवाई।
19 जनवरी को जिला पंचायत अधिकारी के समन्वय से विशेष महिला ग्राम सभा का आयोजन करियां पंचायत खण्ड मैहला में किया गया, जिसमें महिलाओं को बेटियों के जन्म और उनकी शिक्षा के महत्व और बेटियों की सुरक्षा एवमं कौशल विकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। विभिन शिक्षण संस्थानों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने स्टीकर लगाए और बच्चों को इस अभियान के प्रति जागरूक किया।
20 जनवरी को शिक्षण संस्थानों में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों जैसे नारा लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में 23 जनवरी को स्वास्थ्य एवमं पोषण पीसी और पीएनडीटी अधिनियम और घरेलू हिंसा, बाल विवाह रोकने पर ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर के माध्यम से जागरूक किया गया।
राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर इस साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतिम दिन वन विभाग के समन्वय से समस्त जिले में ‘एक बूटा बेटी के नाम’ कड़ी में जिले में जिन घरों में बेटी पैदा हुई है, उनके आंगन में एक बूटा लगाया गया। इसके साथ ही जिन बेटियों ने शिक्षा, खेल नृत्य के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल की है, उन्हें सम्मानित किया गया। उधर, समापन समारोह में जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास राकेश चौधरी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।