राजेन्द्र ठाकुर/शिमला
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो चुकी है। इसके बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर दुख के बादल मंडराने लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू कर दी है। अगर बीजेपी उम्मीदवार जीता तो पार्टी कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
बता देना जरूरी है कि मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा सांसद चुनने के लिए वोटिंग हुई है। इसमें राज्य की इकलौती सीट के लिए 68 विधायकों ने वोट डाले। यहां टक्कर कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) से मैदान में उतरे पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के करीबी हर्ष महाजन के बीच है। चंबा से आते हर्ष महाजन कांग्रेस से दो बार विधायक रहे हैं और 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक आशंका है कि सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर, इंद्र दत्त लखनपाल ने क्रॉस वोटिंग की है।
मंगलवार को वोटिंग के बाद भाजपा प्रत्याशी हर्ष ने कहा कि कांग्रेस के कुछ विधायक अपने नेतृत्व से नाराज हैं और कुछ विधायकों को मैंने ग्रूम किया है। दूसरी ओर यह बात भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश की सत्ता में बैठी कांग्रेस के पास इस वक्त 40 विधायक हैं। तीन निर्दलीय ने भी पार्टी को समर्थन दिया है। इस बीच अगर कांग्रेस उम्मीदवार हारा तो 9-10 विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग तय मानी जा रही है और ऐसे में भाजपा सुक्खू सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
बहरहाल, प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अगर कोई बिका नहीं होगा तो निश्चित तौर पर पार्टी प्रत्याशी को पूरे 40 वोट मिलेंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा है कि सरकार अल्पमत में है। वित्त बिल विधानसभा में वोटिंग नहीं, बल्कि केवल वॉयस नोट के आधार पर पास किया गया है।