राजेन्द्र ठाकुर/शिमला,चंबा
हिमाचल प्रदेश में आसमान से एक बार फिर आफत की बारिश हुई है। बर्फबारी और भारी बारिश की वजह से जगह-जगह पर सड़कें बंद होने की वजह से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो चुकी है। हालत यह है कि प्रदेश में 5 राष्ट्रीय उच्चमार्ग (NH) समेत 411 सड़कें बंद पड़ी हैं, वहीं अकेले चंबा जिले में ही बीते 24 घंटों के दौरान 129 मार्ग बंद हो चुके हैं। लाहौल, स्पीति और किन्नौर मे सैकड़ों सड़कें बंद होने की जानकारी है। लोग यहां-वहां फंसे हुए हैं। हालांकि आमजन को राहत प्रदान करने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सड़कों से मलबा हटाने में जुट गया है।
बता देना जरूरी है कि हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच मौसम ने करवट ली है। ऊंचाई वाले इलाकों में 29 फरवरी की सुबह से बर्फबारी और मैदानी और निचले इलाकों में बारिश हो रही है। लाहौल स्पीति में रविवार को तीसरे दिन भी रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है। कहीं 6 इंच तो कहीं 1 फीट तक बर्फ गिरी है। इसके चलते केलांग-मनाली नेशनल हाईवे-3, केलंग, उदयपुर, तिन्दी, केलांग, दारचा मुख्य सड़क मार्ग समेत जिले के 300 के करीब मार्गों पर वाहनों की आवाजाही के लिए बन्द हो चुकी है। केलांग समेत घाटी के ज्यादातर इलाकों में बिजली, पेयजल और दूरसंचार सेवा प्रभावित हैं।
रिकांगपिओ जिला मुख्यालय के इलाके में भी एक फीट जिले के अंतिम गांव छितकुल में साढ़े चार फीट तक बर्फबारी दर्ज की गई है। इसके बाद राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 भी निगुलसरी नाथपा सहित कई स्थानों पर यातायात अवरुद्ध है। इसके अलावा चम्बा, कुल्लू और शिमला में भी भारी बर्फबारी देखने को मिल रही है। शिमला के ऊपरी क्षेत्र रोहड़ू, कोटखाई, नारकंडा, चांशल घाटी में खूब बर्फबारी हुई है। कुल्लू के अटल-टनल, मनाली में भी भारी बर्फ पड़ी।
चंबा जिले में 24 घंटे में ढाई करोड़ का नुकसान
जनजातीय क्षेत्र चम्बा के भरमौर सहित अन्य जगहों पर बर्फ की सफ़ेद चादर बिछी हुई है। जिले में शनिवार रात भारी बारिश हुई तो रविवार सुबह पठानकोट-चंबा-भरमौर मार्ग परेल से बंद है। वाहन वाया सरोल होकर गुजर रहे हैं। पठानकोट-भरमौर मार्ग दिनका घार व कमनाला के पास बंद है। जोत-चुवाड़ी मार्ग बर्फ की वजह से बंद है। चंबा-तीसा मार्ग भी कई जगहों पर भूस्खलन के चलते बंद है तो चंबा-खजियार मार्ग भी कई जगहों पर मलबा गिरने के चलते बंद पड़ा है। डलहौजी-खजियार मार्ग लकडमंडी के पास अवरुद्ध है।
सरकारी तंत्र के अनुसार 24 घंटे में जिले में ढाई करोड़ का नुकसान दर्ज किया गया। इसी के साथ लोक निर्माण विभाग की तरफ से बंद रास्तों को खोलने के लिए प्रयास जारी हैं। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन की तरफ से एडवाइजरी भी जारी की गई है। इस बारे में अधिक्षण अभियंता लोनिवि सर्कल डल्हौजी दिवाकर पठानिया का कहना है कि खराब मौसम के बीच भी लोक निर्माण विभाग की मशीनें और लेबर बंद सड़कों को खोलने में जुट गई है।