गवर्नमैंट कॉलेज चंबा के Webinar में 6 देशों के विद्वानों ने रखे ‘Rights of Rivers’ पर अमूल्य विचार
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अन्तर्राष्ट्रीय नदी दिवस पर कॉलेज की IQAC, समाजशास्त्र की संस्था प्रयास, राजकीय महाविद्यालय, शाहपुर के भूगोल विभाग ने किया वैबीनार का आयोजन
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दोपहर बाद चम्बा की साल नदी का अवलोकन कर सन्ध्याकाल में रावी नदी के तट पर चमूणी वैदिक आश्रम के वटुओं सहित नदी स्तवन किया गया
राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
अन्तर्राष्ट्रीय नदी दिवस पर 14 मार्च को चंबा के राजकीय महाविद्यालय के विभिन्न शैक्षणिक विभागों की तरफ से एक अंतरराष्ट्रीय वैबीनार का आयोजन किया गया। इसमें भारत, नेपाल, अफ्रिका, पूर्व एशिया, जापान और बंगलादेश के विद्वानों ने इस वर्ष की थीम ‘Rights of Rivers’ पर अपने अपने अनमोल विचार प्रस्तुत किए।
गवर्नमैंट कॉलेज चंबा के प्राचार्य डॉ. शिव दयाल की अध्यक्षता में कॉलेज की IQAC, समाजशास्त्र की संस्था प्रयास, राजकीय महाविद्यालय, शाहपुर के भूगोल विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वैबीनार में नदी बचाओ अभियान के अन्तर्गत इस वर्ष की थीम ‘Rights of Rivers’ पर गूगल मीट के माध्यम से जुड़ने वाले लगभग 200 प्रतिभागियों को अपने व्याख्यानों के माध्यम से बताया कि नदियों का वैदिक और पौराणिक काल से मानव जीवन में क्या महत्त्व रहा है। वर्तमान समय में नदी प्रदूषण से वैश्विक परिप्रेक्ष्य में उत्पन्न हुई समस्याएं क्या हैं और उनका समाधान किस प्रकार किया जा सकता है।
इस अवसर पर समाज शास्त्र के प्रवक्ता डॉ. मोहेन्द्र सलारिया ने बताया कि आज के इस कार्यक्रम को दो भागों में बांटा गया है। पूर्व भाग में विद्वानों ने नदी की महत्ता पर अपने विचार प्रस्तुत किए, जबकि उत्तर भाग में दोपहर बाद चम्बा की साल नदी का अवलोकन कर सन्ध्याकाल में रावी नदी के तट पर चमूणी वैदिक आश्रम के वटुओं सहित नदी स्तवन किया गया। डॉ. सचिन कुमार ने ऑनलाइन आयोजित इस वैबीनार का संचालन किया। इसमें भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। डॉ. मोहेन्द्र सलारिया ने वैबीनार को कामयाब बनाने के लिए अमूल्य वक्तव्य रखने वाले समस्त विद्वानों का आभार और धन्यवाद प्रकट किया और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों में अपना सहयोग करने का आग्रह किया।