राजेन्द्र ठाकुर/चम्बा
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख कुछ ही दिनों में तय होने वाली है इसी को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों के नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला शुरू हो गया है। चम्बा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक पवन नैय्यर ने हाल ही में चम्बा जिले के मुख्यमंत्री के दौरे पर कहा कि ऐसा लग रहा है-मुख्यमंत्री बहुत जल्दी में हैं। सीधे हैलीकॉप्टर से मंच पर आए और मंच के बाद सर्किट हाउस में खाना खाकर वापस भी चले गए। लोग उनसे मिलना चाहते थे, लेकिन उनके पास इसके लिए समय नहीं था।
पूर्व विधायक पवन नैय्यर ने कहा कि मुख्यमंत्री का चम्बा का दौरा एक राजनैतिक दौरा बनकर रह गया। मुख्यमंत्री पिछली बार भी चम्बा आए थे तो वह जल्दी में दिख रहे थे। हैलीपैड से मंच पर मैच के बाद सर्किट हाउस और उसके बाद वापस चले गए। दूसरी ओर लोग इंतजार करते रहे। जो घोषणाएं मुख्यमंत्री ने की हैं, वो सब लोगों को बेवकूफ बनाने का काम है। पार्किंग की जो घोषणा वह करके गए हैं, उसके लिए चयनित जगह अभी तक परिवहन निगम के नाम पर ही है। मुख्यमंत्री को झूठ बोला गया है। जो मिनी सैक्ट्रिएट की घोषणा की थी, वह पिछली सरकार के कार्यकाल में हुई थी और उसके लिए बजट का भी प्रावधान कर दिया गया था। एक बार फिर उसके लिए भी यह झूठ बोलकर गए हैं। नैय्यर ने कहा कि प्रदेश सरकार जानती है-उनकी सरकार अब जाने वाली है और आनन फानन में वह अपनी गारंटीयों की घोषणाएं कर रहे हैं। जितनी भी सड़कों के अभी को उद्घाटन और शिलान्यास किए गए हैं, वो सभी केंद्र सरकार की योजना के कार्य हैं। प्रदेश सरकार का इसमें कोई भी योगदान नहीं है और फिर भी ये कांग्रेसी नेता केंद्र सरकार को गालियां देते रहते हैं।
इन मामलों की जांच की की मांग
चम्बा जिले में हो रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि पक्काटाला मार्ग की गुणवत्ता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अधिशाषी अभियंता को इसकी गुणवत्ता की जांच करनी चाहिए, वरना पहले वाला हाल फिर भी हो सकता है। लोक निर्माण विभाग में अपने चहेते ठेकेदारों को 6-6 कार्य अवार्ड कर रहे हैं और जो लोग काम में देरी कर रहे हैं उन ठेकेदारों को फिर दोबारा से कार्य मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैडिकल कॉलेज में एक कंपनी जो सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए आई थी, वह कंपनी एक धोखाधड़ी के केस में संलिप्त है और उसके ऊपर कार्यवाही की जा रही है, लेकिन विभाग द्वारा उसको फिर से कार्य दिया जा रहा है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आईपीएस द्वारा जो पाइपलाइन बिछाई जा रही है वह खुले में और नालों में बिछाई जा रही है, जो बरसात के मौसम में बह जाएगी। इन सभी कार्यों की जांच होनी चाहिए।