International Minjar Mela: धूमधाम से शुरू हुआ सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला; कुंजड़ी मल्हार के साथ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने चढ़ाया झंडा
राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
International Minjar Mela: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक चंबा चौगान पर रविवार को उत्सव का माहौल रहा। मौका था सांप्रदायिक सद्भाव के प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले के आगाज का। आज पारंपरिक कुंजड़ी मल्हार के गायन के साथ प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने चौगान में ध्वजारोहण कर मिंजर मेले का विधिवत शुभारंभ किया। अब 30 जुलाई को मेले का समापन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे।
ये है आनंद के उत्सव का रोचक सांस्कृतिक इतिहास
आनंद के इस आयोजन ऐतिहासिक पहलू की बात करें तो इसका कनैक्शन चंबा नगर से जुड़ा है, क्योंकि अपनी बेटी चंपावती की इच्छा पर राजा साहिल बर्मन ने रावी नदी के किनारे इस नगर को बसाया था। राजकुमारी चंपावती की वजह इसका नाम आज चंबा जाना जाता है। यहां श्रावण मास के तीसरे रविवार को एक धार्मिक उत्सव का आयोजन सदियों से होता आ रहा है। इसी को मिंजर मेले के नाम से जाना जाता है। हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग सदियों से ऐतिहासिक मेले को मनाते आ रहे हैं। इस मेले में हिमाचल प्रदेश के अलावा देश के दूसरे राज्यों से, बल्कि विदेशों भी लोग शामिल होते हैं। सावन की रिमझिम फुहारों के बीच पहले श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में, फिर अखंड चंडी महल में भगवान रघुवीर को मिंजर चढ़ाई जाती है और इसके बाद चंबा चौगान में मिंजर ध्वज चढ़ाया जाता है। इस आनंदोत्सव की खासियत यह भी है कि यहां हिंदू और मुसलमान दोनों मान्यताओं के लोग मिल-जुलकर खुशियां मनाते हैं। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर की मान्यता मिली हुई है।
ऐसे हुआ आनंद के उत्सव का आगाज
रविवार को आनंद के इस उत्सव की शुरुआत में मिर्जा परिवार के मुखिया एजाज मिर्जा ने परंपरा का निर्वहन किया। इससे पहले नगर परिषद कार्यालय से शुरू हुई शोभायात्रा श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुंची। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में मिंजर भेंट करके माता का आशीर्वाद लिया। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की और सबके सुख-समृद्धि की कामना की। बैंड-बाजे, ढोल-नगाड़े की थाप पर विभिन्न सांस्कृतिक दलों के कलाकार थिरकते हुए शोभायात्रा की शोभा बढ़ाई। शहर के मंदिरों की पूजा-अर्चना और मिंजर अर्पित करने के बाद चौगान मैदान तक शोभायात्रा निकाली गई। चौगान में मेले के शुभारंभ समारोह का आयोजन किया गया।
उपायुक्त चम्बा अपूर्व देवगन ने मुख्यातिथि सहित सभी गणमान्यों का स्वागत किया। नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैय्यर ने राज्यपाल को मिंजर भेंट की। मिंजर मेला आयोजन समिति की ओर से उपायुक्त एवं अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने राज्यपाल को सम्मानित किया। राज्यपाल ने खेलकूद प्रतियोगिताओं का भी शुभारंभ किया। इस मौके पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया, चंबा सदर के विधायक नीरज नैय्यर, विधायक डीएस ठाकुर सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।
राज्यपाल ने किया सामाजिक संस्थाओं की प्रदर्शनियों का अवलोकन
मेले के शुभारंभ की औपचारिकता के बाद अपने संबोधन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि प्रदेश का गौरवशाली इतिहास और समृद्ध लोक परंपराएं प्रदेश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ऐतिहासिक मिंजर मेले की अपनी अलग पहचान है। उन्होंने मेले के सफल आयोजन में आधुनिकता के उचित समावेश पर बल दिया। चम्बा की समृद्ध लोक संस्कृति है। इसे पुरातन समय से लोगों की ओर से सहेजा जा रहा है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि स्थानीय पारंपरिक लोक संस्कृति और सामाजिक सौहार्द्र को वो इसी तरह संरक्षित रखें। इस मौके पर राज्यपाल ने विभिन्न विभागों और सामाजिक संस्थाओं की प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।