राजेन्द्र ठाकुर/चम्बा
चंबा में युवक की मौत को पुलिस ने हत्या मानते हुए आगे की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। खास बात यह है कि यह कार्रवाई ऐसे ही नहीं हुई। युवक के परिवारजनों ने न सिर्फ भूख हड़ताल की, बल्कि उपायुक्त कार्यालय (DC Office) के बाहर आत्मदाह (Burning Suicide) की चेतावनी दी, तब कहीं जाकर पुलिस ने इस मामले को हत्या की धाराओं के तहत दर्ज किया है। इससे पहले पुलिस ने इस मामले को महज एक हादसा मानकर रफा-दफा कर दिया था।
15 दिन मृत मिला था युवक
वाकया 15 दिन पुराना है। मिली जानकारी के अनुसार इलाके के तीन युवकों एक साथ बैठकर शराब वगैरह पी और फिर घर को लौट गए। इनमें से दो तो अपने-अपने घर पहुंच गए, लेकिन तीसरे के घर वाले उसे ढूंढ-ढूंढकर परेशान हो रहे थे तो अगले दिन पास ही वह मृत हालत मेें पाया गया। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश का पोस्टमॉर्टम कराया और मौत को इत्तेफाक मानते हुए इस मामले को बंद कर दिया था। पुलिस का तर्क था कि नशे की हालत में गिरकर युवक की मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने की थी ये मांग
दूसरी ओर मृतक युवक के परिवार वाले शुरू से ही इस घटना काे दुर्घटना की बजाय आपराधिक वारदात बता रहे हैं। अपनी इस बात पर जोर देते हुए बीते दिनों ST-SC आयोग के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष जय सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और इस मामले की दोबारा जांच करने की मांग रखी। ज्ञापन में इन लोगों का कहना था कि उसकी मौत सामान्य दुर्घटना का नतीजा नहीं है। उसकी हत्या की गई है। पुलिस हत्या के मामले में कार्रवाई कर दोषियों को गिरफ्तार करे।
मृतक युवक के परिजनों ने प्रशासन को चेतावनी भी दी थी कि अगर उनकी मांग पर गौर नहीं किया गया तो फिर वो भूख हड़ताल के लिए मजबूर हो जाएंगे। इसी ऐलान को सिरे चढ़ाते हुए शुक्रवार को संबंधित परिवार और ग्रामीणों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल की। इसी के साथ शाम 4 बजे तक का अल्टीमेटम दिया कि अगर हत्या की वारदात की नए सिरे से जांच नहीं की गई तो वो उपायुक्त कार्यालय के बाहर आत्मदाह करने से भी गुरेज नहीं करेंगे। आज के इस प्रदर्शन में जय सिंह फिर से शामिल थे।
गनीमत रही कि प्रदर्शनकारियों की बात सुन ली गई, नहीं जो कुछ भी हो सकता था। बहरहाल, पुलिस ने इस मौत को एक हत्या की घटना मानते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बारे में पुलिस अधिकारी का कहना है कि मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।