राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
हिमाचल प्रदेश के चंबा में पंजाब से जोड़ते नैशनल हाईवे पर शनिवार रात को अचानक जमीन खिसकने (Landslide) की घटना सामने आई है। इसके चलते यहां हाईवे पर बना पुल ढह गया और अब अगले विकल्प तक लोगों के पास आवागमन का कोई चारा नहीं है, क्योंकि पुल ढह जाने के बाद पैदल चलने तक का रास्ता नहीं बचा है। फिलहाल लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर रावी नदी को पार करके इधर-उधर आते-जाते देखा जा सकता है।
घटना रात करीब 1 बजे की बताई जा रही है, जब पठानकोट-भरमौर नैशनल हाईवे पर लैंडस्लाइड की वजह से लूणा पुल गिर गया। इससे चंबा की भरमौर तहसील और होली का संपर्क बाकी दुनिया से पूरी तरह कट गया है। गनीमत यह रही है कि जिस वक्त यह पुल टूटा, उस वक्त पुल से कोई गाड़ी नहीं गुजर रही थी।
पुल टूटने के बाद वैकल्पिक मार्ग नहीं होने पर लोग अब पैदल ही रावी नदी को क्रॉस करने के लिए मजबूर हैं, लेकिन नदी में कभी भी पानी छोड़े जाने की संभावना बड़े हादसे को न्यौता दे सकती है। हालांकि फिलहाल PWD विभाग के कर्मचारी और स्थानीय लोग मिलकर रावी नदी के ऊपर छोटी पुलिया डालकर मार्ग बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं ASI गैहरा अनिल वालिया ने कहा है कि लूना पुल टूट जाने के बाद यहां पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है और पैदल आना जाना भी रिस्की है। लिहाजा अति आवश्यक होने पर ही लोग बाहर निकलें।
दो दिन पहले चोली नाले पर बना पुल ढह गया था
गौरतलब है कि दो दिन पहले चंबा-खड़ामुख-होली मार्ग से गुजरते चोली नाले पर बना बैल्ली ब्रिज शुक्रवार देर शाम टूट गया था। हादसा शुक्रवार देर शाम उस वक्त घटा है, जब एक निजी कंपनी के भारी वाहन (डंपर ट्रक) एडिट-थ्री से मलबा भरकर कुठेड़ स्थित डैम साइट पर क्रशर प्लांट की ओर आ रही थी। जैसे ही ये चोली नाले पर बीचोंबीच पहुंची नीचे का बैल्ली ब्रिज टूटकर वाहनों समेत नाले में समा गया। बताया जा रहा है कि इनके पीछे कुछ छोटी गाड़ियां भी आ रही थी। उनके चालकों ने वक्त रहते अपनी गाड़ियों को पीछे करके सूझबूझ तो दिखाई, लेकिन बावजूद इसके वो हवा में लटक गई। पढ़ें पूरी खबर