गवर्नमैंट कॉलेज के मंच से 6 कॉलेजों के Students ने अपने-अपने अंदाज में बताई RTI Act की अहमियत
- जिला प्रशासन के सहयोग से हुआ सूचना का अधिकार और इससे संबंधित जागरूकता के विषय पर इंटर कॉलेज कॉम्पिटीशन
राजेन्द्र ठाकुर/चंबा
चंबा के राजकीय महाविद्यालय (Govt. College Chamba) में सोमवार को जिला प्रशासन के तत्वावधान में सूचना का अधिकार जागरूकता संबंधित एवं सूचना का अधिकार संबंधित अंतर महाविद्यालय प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विद्या सागर शर्मा मुख्यातिथि के रूप में और डॉ. हेमन्त पाल स्त्रोतव्यक्ति के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान राजकीय महाविद्यालय चम्बा, महाविद्यालय लिह्लकोठी, राजकीय महाविद्यालय सलूणी, राजकीय महाविद्यालय भलेई, चंबा मिलेनियम बीएड कॉलेज सरू, बख्शी टेक चंद डीएवी कॉलेज बनीखेत के विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
इस दौरान मुख्यातिथि ने अपने संबोधन में कहा कि सभी को इस कार्यक्रम के माध्यम से सूचना का अधिकार की सशक्तता और इसके सकारात्मक पहलू के बारे में जान पाएंगे। सूचना का अधिकार अधिनियम का मूल उद्देश्य नागरिकों को सशक्त बनाना, सरकार की कार्यशैली में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना, भ्रष्टाचार को रोकना तथा हमारे लोकतंत्र को सही मायने में लोगों के लिए कार्य करने वाला बनाना है। यह स्पष्ट है कि सूचना प्राप्त नागरिक शासन के साधनों पर आवश्यक नजर रखने के लिए बेहतर रूप से तैयार होता है और सरकार को जनता के लिए और अधिक जवाबदेह बनाता है। यह अधिनियम नागरिकों को सरकार की गतिविधियों के बारे में जागरूक करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
स्रोत व्यक्ति डॉ. हेमन्त पाल ने सूचना का अधिकार का उद्देश्य, इसकी उपलब्धियां, इसका दुरुपयोग, इसकी फीस, प्रक्रिया, प्रथम अपीलीय अधिकारी, द्वितीय अपीलीय अधिकारी, सूचना तय समय में न देने की कार्यवाही इत्यादि के बारे में विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने कहा कि अधिनियम के मुख्य उद्देश्यों में पारदर्शिता लाना, जवाबदेही तय करना, नागरिकों को सशक्त बनाना, भ्रष्टाचार पर रोक लगाना और लोकतंत्र की प्रक्रिया में नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करना है। डॉ. हेमन्त के अनुसार सूचना तक पहुंच का अधिकार समाज के गरीब और कमज़ोर वर्गों को सार्वजनिक नीतियों और कार्यों के बारे में जानकारी मांगने और प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाता है, जिससे उनका कल्याण संभव हो सके। यह अधिनियम सरकार के सभी कदमों को आम जनता के समक्ष जांच के दायरे में लाता है। इससे सरकार और सरकारी विभाग और अधिक जवाबदेह बनते हैं एवं उनके कार्यों में पारदर्शिता आती है।
इस अवसर पर मिलेनियम बीएड महाविद्यालय के देवेंद्र पूरी, सलूणी महाविद्यालय के प्रो. आशीष शर्मा, चम्बा महाविद्यालय के प्रो. परविंदर कुमार, डॉ. महिंद्र सलारिया, डॉ. हेमन्त पाल, डॉ. मनेश कुमार, डॉ. शैली महाजन, डॉ. तेज सिंह, डॉ. जयश्री, डॉ. चमन, प्रो. अविनाश, डॉ. संतोष कुमार, प्रो. शिल्पा, प्रो. संजीव कुमार, प्रो. वीरेंद्र सिंह, प्रो. विजय कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. पवन कुमार, डॉ. मनोज कुमार और अन्य भी उपस्थित रहे। प्रतिस्पर्धाओं में निर्णायक की भूमिका डॉ. हेमन्त पाल, डॉ. तेज सिंह, डॉ मनेश, डॉ. जयश्री, डॉ. मनोज, प्रो. वीरेंद्र, प्रो. विजय ने निभाई।
जानें, किस प्रतिस्पर्धा में किसने मारी बाजी
- भाषण प्रतियोगिता में भलेई महाविद्यालय की जिंदल, लिह्ल महाविद्यालय की चंद्रेश और चम्बा महाविद्यालय की देवांशी गौतम क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहे।
- पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता में यह स्थिति चम्बा महाविद्यालय के दक्ष विज, चम्बा मिलेनियम बी एड महाविद्यालय के आशीष और चम्बा महाविद्यालय के आर्यन की रही।
- नारा लेखन प्रतियोगिता में में चम्बा मिलेनियम बीएड महाविद्यालय की तनु कुमारी, भलेई महाविद्यालय की साजिया अख्तर और सलूणी महाविद्यालय के हरिंदर कुमार ने पहले तीन स्थानों पर बाजी मारी।
- निबंध लेखन प्रतियोगिता में डीएवी कॉलेज बनीखेत के पंकज, भलेई महाविद्यालय के रुकसाना और सलूणी महाविद्यालय के मनीष कुमार क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे।