आंगनवाड़ी केंद्र में गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और किशोरियों को बताए पोषण के पांच सूत्र
किशोरियों की अनिमिया की जांच भी की गई, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बबली देवी ने निभाई अहम भूमिका
राजेन्द्र ठाकुर/चम्बा
पोषण पखवाड़े के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र जनसाली में जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश कुमार की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और किशोरियों को पोषण के पांच सूत्रों की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में आंगनवाड़ी में दर्ज बच्चों का जन्मदिन मनाया गया और बाद में स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन किया गया। स्वस्थ बच्चों को खिलौने वितरित किए गए।
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को गोद भराई रस्म के अंतर्गत संतुलित आहार पौस्टिक फलों की टोकरी प्रदान की। उनको पेट में पल रहे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार और पौष्टिक फलों को जीवन में शामिल करने के बारे में कहा। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किशोरियों के खून की जांच करके उन्हें अनिमिया के कारण और इसमें सुधार के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान पिरामल फाउंडेशन से विपिन कश्यप ने व्यगतिगत स्वच्छता के बारे में जानकारी दी और आयुष विभाग से मीनाक्षी वैद ने बच्चे के शुरुआती प्रथम एक हजार दिनों के विशेष महत्त्व के बारे में जानकारी दी। विकास शर्मा जिला समन्वयक पोषण अभियान से लोगों को पोषण के महत्त्व और माताओं को अपने 6 वर्ष तक के बच्चों आंगनवाड़ी केंद्रों में हर माह वजन और ऊंचाई लेने को कहा और सीमा देवी सुपरवाइजर ने पारम्परिक संतुलित आहार के बारे में जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में दुर्गा स्वयं सहयता समूह के सदस्यों ने भाग लिया। इनके अलावा इस अवसर पर तनु महाजन, रेखा पठानिया, शिवालिका, जिला मिशन समन्वयक मनोहर नाथ और जिला बाल सरक्षण इकाई के कर्मचारी भी उपस्थित रहे।