CITU नेताओं की कमान में किसानों और मजदूरों ने दिया DC ऑफिस पर धरना; केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज करने की चेतावनी
राजेन्द्र ठाकुर/चम्बा
किसान आंदोलन के समर्थन में हिमाचल प्रदेश में भी धरने-प्रदर्शनों का दौर जारी है। इसी बीच सोमवार को चंबा के उपायुक्त कार्यालय पर भी धरना दिया गया। संयुक्त किसान मोर्चा और मजदूर संगठनों के आह्वान पर किए गए इस प्रदर्शन का नेतृत्व सैंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (CITU) के नेताओं जिला अध्यक्ष नरेंद्र और जिला महासचिव सुदेश ने किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पूंजीपतियों को फायदा देने के लिए केंद्र सरकार लेबर कोड लागू करके मजदूरों को बंधुआ मजदूरी की तरफ धकेलना चाहती है। हमारा संगठन इसका कडा विरोध करता है। किसानों और मजदूरों की मांगों को लेकर आने वाले दिनों में आंदोलन को तेज किया जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल लोगों के नेता के रूप में सैंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन महासचिव सुदेश ने कहा कि मोदी सरकार अपनी जनविरोधी नीतियों से बाज नहीं आ रही। 2021 के आंदोलन में 700 से अधिक किसान शहीद हो गए थे, वहीं इस बार फिर दिल्ली जाने वाले किसानों के खिलाफ बर्बर अत्याचार किया गया है। किसानों-मजदूरों पर हो रहे अन्याय के खिलाफ आज पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच किसान भाइयों ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने के ऐलान किया तो हरियाणा की मनोहर लाल सरकार ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने के लिए लोहे की कीलें, कॉन्क्रीट की दीवारें खड़ी कर दी। यह ठीक नहीं है।
ये हैं प्रदर्शनकारियों की मांगें
हमारी मांग है कि ट्रैक्टरों और दूसरी गाड़ियों में की गई तोड़फोड़ की न्यायिक जांच होनी चाहिए। पीड़ितों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए। नौजवान लड़के की हत्या कर दी गई, जो राजनीति से प्रेरित थी। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर मुकदमा दर्ज किया जाए। किसानों की मुख्य मांग स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दे, किसानों के कर्ज माफ होने चाहिए।