कुदरत के कहर से उबरा नहीं है हिमाचल, शिमला में सड़क धंसने से नदी में गिरी कार; 3 लोगों की मौत
शिमला. हिमाचल प्रदेश में बारिश की वजह से जनजीवन के सामने खड़ा हुआ संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 11 दिन से दिक्कतों से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश के शिमला में मंगलवार को फिर तीन लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि अचानक सड़क धंस जाने से एक कार नदी में जा गिरी और फिर इसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई। सूचना के बाद एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और फायर विभाग की मदद से मृतकों के शवों को नदी किनारे से खाई से निकाला गया है।
हादसे में मारे गए लोगों की पहचान वीर सिंह (40) पुत्र स्वर्गीय प्रताप सिंह, गांव बनोला, बड़ाच (ननखड़ी), हिम्मत सिंह (28) पुत्र स्वर्गीय सबीर दास (गांव उपरोक्त), रतन (50) पुत्र स्वर्गीय श्री हरि सिंह, गांव दानेवटा (ननखड़ी) के तौर पर हुई है। पता चला है कि राजधानी क्षेत्र शिमला से 100 किमी दूर रामपुर के शरण ढांक में सड़क धंस जाने से यहां से गुजर रही वैगन-आर कार 100 मीटर नीचे नदी में जा गिरी। सूचना के बाद पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने नदी में उतरकर कार हादसे में मारे गए इसमें सवार तीनों लोगों के शवों को निकाला।
इस बारे में हिमाचल की एडीजीपी सतवंत अटवाल ने बताया कि ननखड़ी-नीरथ रोड पर सड़क धंस जाने से पूरा ट्रैफिक ब्लॉक हो गया है। उधर, खास बात यह भी है कि रामपुर और आसपास के इलाके में बीते एक महीने में यह तीसरा हादसा है। इन 30 दिन में यहां 10 लोगों ने जान गंवाई है। इनमें से 12 जुलाई को रामपुर के पास नोगली में एक कार सड़क धंसने से सतलुज नदी में गिर गई थी। इसमें सवार चार लोग लापता हैं। उधर, रामपुर के निरमंड में भी शादी के बाद बहन को विदा करके लौट रहे भाई सहित चार लोगों की मौत हो गई थी।
प्रदेश में 25 दिन में 4 हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में 8 जुलाई के बाद तीन दिन तक आए जल सैलाब से अब भी प्रदेश पटरी पर नहीं लौट पाया है। प्रदेश को आपदा के 25 दिन में ही 4 हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है। चंडीगढ़ मनाली हाईवे लगातार खुलने के बाद बंद हो रहा है। लेह मनाली हाईवे भी पूरी तरह से खुला नहीं है। रामपुर को कुल्लू से जोड़ने वाला लूहरी-औट हाईवे अब भी बंद है। प्रदेश में कुल 5 एनएच समेत 647 सड़कें बंद हैं। कई इलाकों में अंधेरा और 1115 ट्रांसफार्मर ठप पड़े हुए हैं। इनकी बहाली के प्रयास जारी हैं।