शिमला. हिमाचल प्रदेश कॉन्ग्रेस में चल रही कलह का शनिवार को हल निकल ही गया। दिन में ऑब्जर्वर्स के सामने नारे लग रहे थे, ‘ये सुक्खू-वुक्खू नहीं चलेगा’, मगर शाम होते-होते फाइनल हो ही गया कि अब तो ये चलेगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ही सूबे के 15वें मुख्यमंत्री होंगे। विधायक दल की बैठक में उनके नाम का ऐलान होने के साथ ही तय हुआ कि प्रतिभा सिंह के खेमे से मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी CM का पद दिया जाएगा। रविवार को ही 11 बजे शपथग्रहण होगा।
बता दें कि 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का नतीजा आने के बाद से ही कॉन्ग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा तलाशने को लेकर घमासान शुरू हो गया था। एक अनार और छह बीमार की स्थिति में एक नाम पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह का था तो दूसरा सुखविंदर सिंह सुक्खू का। इनके अलावा हाल तक नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री समेत तीन नाम और भी इस फेहरिस्त में थे। प्रतिभा गुट और सुक्खू की सेना के मतभेद इस कदर बढ़ गए थे कि शुक्रवार को सुखविंदर सिंह सुक्खू 18 विधायकों के साथ ऑब्जर्वर्स की मीटिंग से ही नदारद हो गए थे।
शनिवार को फिर से मंथन शुरू हुआ। दोपहर तक तो मुख्यमंत्री पद का दावेदार चुनने की प्रक्रिया वैसी ही चल रही थी, जैसी उम्मीद थी। असल पेंच तब फंसा, जब प्रतिभा सिंह ने सुक्खू के नाम से असहमति जता दी। वह अपने खेमे से मुकेश अग्निहोत्री को मुख्यमंत्री बनाने पर अड़ गईं। सुक्खू का नाम आगे बढ़ने पर प्रतिभा सिंह गुट के लोगों ने सड़क पर धरना दिया और हाईकमान के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। प्रतिभा सिंह गुट के लोगों ने ऑब्जर्वर्स के होटल के बाहर ‘सुक्खू-वुक्खू नहीं चलेगा’ और ‘हाईकमान होश में आओ’ के नारे लगाए। ऑब्जर्वर्स भूपेंद्र सिंह हुड्डा (हरियाणा के पूर्व सीएम), भूपेश बघेल (छत्तीसगढ़ के सीएम) और राजव शुक्ला ने प्रतिभा सिंह गुट की तरफ से CM कैंडिडेट मुकेश अग्निहोत्री को विधानसभा से होटल वापस बुलाया। तमाम विधायकों से रायशुमारी के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू इस दौड़ में आगे निकल गए थे। पार्टी हाईकमान ने भी उनके नाम पर ही मुहर लगा दी।
सुक्खू का छात्र राजनीति से प्रदेश के मुख्यमंत्री पद तक का सफर
उल्लेखनीय है कि हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सेरा गांव में 26 मार्च 1964 को जन्मे सुखविंदर सिंह सुक्खू के पिता रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) शिमला में ड्राइवर थे। माता संसार देई गृहिणी हैं। चार भाई-बहनों में सुखविंदर सिंह सुक्खू दूसरे नंबर के सुक्खू ने पहली कक्षा से एलएलबी तक की पढ़ाई शिमला में की। बड़े भाई राजीव सेना से रिटायर हैं। दो छोटी बहनों की शादी हो चुकी है। 11 जून 1998 को सुखविंदर सिंह सुक्खू की शादी कमलेश ठाकुर से हुई। इनकी दो बेटियां दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) में पढ़ रही हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू का राजनैतिक सफर एनएसयूआई (NSUI) से हुआ। संजौली कॉलेज में पहले कक्षा के क्लास रिप्रैजैंटेटिव (CR) और स्टूडैंट सैंट्रल एसोसिएशन (SCA) के महासचिव चुने गए। उसके बाद SCA के अध्यक्ष बने। 1988 से 1995 तक NSUI के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे।
1995 में युवा कॉन्ग्रेस के प्रदेश महासचिव बने। 1998 से 2008 तक युवा कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। नगर निगम शिमला के दो बार चुने हुए पार्षद बने। 2003, 2007, 2017 और अब 2022 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए। 2008 में फिर से प्रदेश कॉन्ग्रेस के महासचिव बने। इसके बाद 8 जनवरी 2013 से 10 जनवरी 2019 तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। हाल ही में अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कॉन्ग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य बने।