Dera Chief के परिवार की चिट्ठी वायरल, लिखा-हमारा नाम लेकर जुटाया जा रहा धन
सिरसा/रोहतक. दुष्कर्म और हत्या के मामलों में उम्रकैद की सजा काट रहे हरियाणा के सिरसा स्थित विवादित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह का परिवार इन दिनों संकट में है। आरोप है कि इस परिवार के नाम पर अनुयायियों से धन वूसली की जा रही है। यह आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि खुद राम रहीम के परिवार ने लगाया है। परिवार के नाम पर चल रहे एक सोशल मीडिया अकाउंट पर डाले गए एक पत्र के मुताबिक परिवार ने स्पष्टीकरण दिया है कि हमने कभी परमार्थ इक्ट्ठा करने के लिए नहीं कहा। इस पत्र को डेरा प्रमुख की बेटी अमरप्रीत और चरणप्रीत इंसां ने भी रि-ट्वीट किया है। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र की भाषा से स्पष्ट हो रहा है कि डेरे में उनके नाम पर प्रेमियों से धन इक्ट्ठा किया जा रहा है।
एक तरफ यह बात फैलाई जा रही है कि राम रहीम का परिवार विदेश में सेटल होने जा रहा है, क्योंकि परिवार और डेरा प्रबंधन के बीच काफी समय से कड़वाहट चल रही है। डेरा प्रमुख की बेटी अमरप्रीत अपने परिवार के साथ विदेश जा चुकी है। जब वह विदेश गई थी, उसे मिलने डेरा प्रबंधन के सदस्य भी नहीं आए। उसने ट्वीट करके अपना दर्द भी बयां किया था कि उन्हें परिवार छोड़ने के लिए मजबूर किया गया।
दूसरी ओर पत्र में लिखा गया है कि हमारा नाम लेकर लोगों से परमार्थ इक्ट्ठा किया जा रहा है, जबकि हमने कभी भी किसी को भी परमार्थ इक्ट्ठा करने के लिए नहीं कहा। आप ऐसे लोगों से बचकर रहे। अगर किसी ने हमारा नाम लेकर परमार्थ मांगा है या हमारे नाम से परमार्थ ले लिया है तो उस व्यक्ति की पूरी डिटेल व अपनी डिटेल मैसेज कीजिए, जिसकी जांच करके आपसे संपर्क करेंगे। कुछ शरारती लोग अपने स्वार्थ के लिए गुप्त मीटिंग करके हमारे बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं। लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हमारी छवि खराब कर रहे हैं। ऐसा करने वालों की आपके पास जानकारी है तो हमें मैसेज करें, ताकि उन उनके खिलाफ कानूनी कारवाई कर सकें।
पत्र के मुताबिक परिवार ने कहने की कोशिश की है, ‘सुनने में यह भी आया है कि हमारे बारे में कहा जा रहा है कि हमने विदेशों में कारोबार व घर व्यवस्थित कर रखे हैं, जो सरासर झूठ हैं। इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। हमें पता है कि अब यह शरारती लोग अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए पूरे प्रयास करेंगे। आप यह संदेश सब तक पहुंचाएं और हमें इस कठिन समय में आपके सहयोग की जरूरत है’। पत्र के अंत में माता नसीब कौर इंसां, जसमीत सिंह इंसां, चरणप्रीत इंसां, अमरप्रीत इंसां का नाम लिखा है।
पत्र के माध्यम से डेरा प्रेमियों को संदेश देते हुए डेरा प्रमुख ने लिखा कि हमारे सारे सेवादार, एडमिन ब्लॉक सेवादार, जसमीत, चरणप्रीत, हनीप्रीत, अमरप्रीत सब एक हैं और हमारे वचनों पर चलते हैं। चारों हमें रोहतक इकट्ठे छोड़ने आए और वापस भी चारों इकट्ठे गए। जसमीत, चरणप्रीत और अमरप्रीत ने हमसे आज्ञा ली है कि ‘उच्च शिक्षा’ प्राप्ति के लिए वे अपने बच्चों के साथ उन्हें पढ़ाने विदेश जाएंगे। इसलिए प्यारी साध-संगत जी आपने किसी के भी बहकावे में नहीं आना है।