Operation Amritpal: पंजाब पुलिस के मुंह पर नाकामी की कालिख पोतकर भागा खालिस्तानी अब हरियाणा के अफसर के लिए बना ‘गाली’
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कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद मारकंडा में एसडीएम के रीडर के घर 19-20 मार्च को रुका था अमृतपाल, पुलिस ने रीडर की बहन से की पूछताछ
कुरुक्षेत्र. ‘वारिस पंजाब दे’संगठन के चीफ अमृतपाल को लेकर बड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पंजाब पुलिस के मुंह पर नाकामी की कालिख पोतकर भागा खालिस्तानी अमृतपाल अब हरियाणा के एक अफसर के लिए ‘गाली’ गया है। पता चला है कि वह कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद मारकंडा में SDM के रीडर के घर पर दो दिन तक रुका था। अब इस आरोप के बाद पूछताछ का क्रम जारी है। इसी के साथ पंजाब और पड़ोसी राज्यों समेत देश के कई हिस्सों में अलर्ट जारी है।
दरअसल, खालिस्तानी विचारधारा के समर्थक एक और कट्टरपंथी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके 29 साथियों पर आरोप है कि अमृतपाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने को लेकर 15 फरवरी की रात को रूपनगर जिले के चमकौर साहिब के बरिंदर सिंह नामक एक युवक को किडनैप किया और अमृतसर जिले में जंडियाला गुरु के पास मोटर पर (जहां अमृतपाल भी मौजूद था) बुरी तरह पीटा था। इस मामले में पुलिस ने लवप्रीत सिंह तूफान को गिरफ्तार किया तो अमृतपाल ने 23 फरवरी को हजारों समर्थकों के साथ अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया। बड़ा आरोप यह भी है कि यह हमला पंजाब के वारिस होने का ढोंग करने वाले इस गुट ने धर्म ग्रंथ (श्री गुरु ग्रंथ साहिब) की आड़ में किया, ताकि पुलिस कोई सख्त एक्शन न ले सके। इस घिनौनी वारदात के बाद पंजाब पुलिस ने घुटने टेक दिए और अमृतपाल के दाहिने हाथ तूफान को छोड़ दिया।
थाने पर हमले के मामले में अमृतपाल और उसके साथियों पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी, वहीं इसी बीच शनिवार 18 मार्च को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नैशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में प्रोग्राम रखे थे। कड़ी नाकाबंदी और समर्थकों के जुटने के बीच दोपहर लगभग 1 बजे अमृतपाल का काफिला जैसे ही मैहतपुर कस्बे के नजदीक पहुंचा, पुलिस ने घेरा डाल लिया। कई को तो हथियारों के साथ मौके से ही धर-दबोचा, वहीं अब तक अमृतपाल के सवा सौ के लगभग समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी तक अमृतपाल का कोई अता-पता नहीं है। यह अलग बात है कि 18 मार्च के घटनाक्रम में लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिए जाने की सूचनाएं दिनभर चलती रही, लेकिन देर रात पुलिस की तरफ से प्रैस नोट जारी करके बताया गया कि संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट पंजाब की सरकार से जवाब मांग चुका है कि आपके 80 हजार पुलिस वाले आखिर कर क्या रहे हैं?
यह है वो आशियाना, जहां मिली थी NSA में घिरे अमृतपाल को शरण
अब छठे दिन खबर आई है कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) में घिरा खालिस्तानी अमृतपाल पंजाब की सरहद पार कर चुका है और इसके बाद वह 19-20 मार्च को हरियाणा के शाहाबाद में एक घर में रुका था। पता चलने के बाद पुलिस ने इस घर की एक महिला को गिरफ्तार करके पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका भाई एसडीएम (SDM) का रीडर है। अब इस परिवार से अमृतपाल के संबंध में पूरी जानकारी निकालने की कोशिश की जा रही है, वहीं माना जा रहा है कि उत्तराखंड या उत्तर प्रदेश में चला गया होगा। हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर यह भी आई है कि वह महाराष्ट्र में ड्रग तस्करों की शरण में पहुंच चुका है।