नूह : हरियाणा के नूह में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में 9 लोगों की जिंदा जल जाने से मौत हो गई, जबकि उनके 20 से ज्यादा परिजन और संगी-साथी घायल भी हैं। दुर्घटना रात करीब पौने 2 बजे कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रैस-वे पर उस वक्त घटी, जब पंजाब और चंडीगढ़ के लगभग 60 श्रद्धालुओं को लेकर एक टूरिस्ट बस उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन धाम से लौट रही थी। हाईवे पर दौड़ रही बस में अचानक आग लग गई। फिलहाल शवों को मोर्चरी में भिजवाने और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद स्थानीय पुलिस हादसे को लेकर जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। हालांकि इस घटना में देवदूत बनकर मौके पर पहुंचे एक मोटरसाइकल सवार की मानें तो वक्त रहते ये जानें बचाई जा सकती थी। सूचना के बाद न तो पुलिस मौके पर पहुंची और न ही फायर सेफ्टी टीम।
अस्पताल में भर्ती होशियारपुर की पूनम पत्नी अशोक कुमार और एक अन्य महिला ने बताया कि जैसे ही बस एक्सप्रैस-वे पर धुलावट गांव की सीमा में पहुंची, तेज रफ्तार पर बाइक पर सवार एक युवक ने आगे आकर बस को रुकवाया। तब तक पूरी बस आग की चपेट में आ चुकी थी। इसके बाद आसपास के ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर बस के शीशे तोड़े और घायलों को निकालना शुरू किया। फायर सेफ्टी विभाग और पुलिस को सूचित करने के साथ-साथ आग पर भी काबू पाने की कोशिशें भी शुरू की गई। जब तक दमकल विभाग की चार गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची, आग बुझ चुकी थी। कुछ लोग गेट और कुछ शीशे तोड़कर बाहर निकाले गए। हालांकि पीछे बैठे आठ लोग नहीं निकल सके और जिंदा जल गए। इनके अलावा एक घायल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
हरियाणा के नूह में घटी दुर्दांत घटना, 8 लोग जिंदा जले
रात करीब पौने 2 बजे लगी #KMP पर दौड़ रही टूरिस्ट बस में आग
देखें दिल दहला देने वाली घटना का आंखों देखा हाल इस #Video में#NuhBusFire pic.twitter.com/2WTyjOncPc
— शब्द चक्र (@shabdchakra) May 18, 2024
इन महिलाओं की मानें तो वक्त रहते हालात को इतना हृद्यविदारक होने से बचाया जा सकता था। उन्होंने बताया कि मोटरसाइकल वाले ने बस को रुकवाने से पहले ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन कर दिया था, लेकिन दोनों में से किसी भी विभाग की टीम वक्त रहते घटनास्थल पर नहीं पहुंची। अगर वो समय से आ जाते तो 9 लोगों की जान बच सकती थी, क्योंकि देर रात होने के कारण सड़क पर ज्यादा लोग नहीं थे, जो बचाव कर पाते। ऐसे में दमकल विभाग का ही सहारा बड़ा था।
अब कारण की जांच में जुटी पुलिस
उधर, जानकारी यह भी मिली है कि इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया, डीएसपी मुकेश कुमार, नूंह के थाना शहर प्रभारी प्रदीप कुमार और थाना सदर प्रभारी जितेंद्र घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने एंबुलैंस मंगवाकर घायलों को आसपास के विभिन्न अस्पतालों में भिजवाया। बहरहाल, पुलिस आग लगने के कारण की जांच में जुटी हुई है।