86 की उम्र में बिना पेपर दिए 12वीं पास हुए OP चौटाला, ऐसे बची बूढ़े की इज्जत
भिवानी. हरियाणा के 5 बार के मुख्यमंत्री रह चुके ओमप्रकाश चौटाला की जिंदगी में नई उपलब्धि जुड़ गई। 86 साल की उम्र में चौटाला अब 12वीं पास हो गए हैं। गनीमत रही कि बूढ़े की इज्जत बच गई, क्योंकि इस क्लास में वह सिर्फ 34 प्रतिशत नंबरों से पास हुए हैं। यह अलग बात है कि 10वीं के जिस एक पेपर की वजह से चौटाला का 12वीं का रिजल्ट रुका हुआ था, उसमें चौटाला को सौ में 88 नंबर आए हैं।
बताते चलें कि पूर्व मुख्यमंत्री ने थोड़े ही दिन पहले अपने मुख्यमंत्री काल में हरियाणा में जेबीटी टीचर्स भर्ती घोटाले में सजा पूरी की है। इससे पहले दिल्ली की तिहाड़ जेल में सजा के दौरान ओमप्रकाश ने नेशनल ओपन बोर्ड दिल्ली से 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इसके बाद ओपन बोर्ड की हरियाणा व्यवस्था के तहत 12वीं के एग्जाम फॉर्म भरे थे। हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजूकेशन ने 10वीं में हिंदी या अंग्रेजी में से किसी एक विषय में पास होने की शर्त लगाकर चौटाला का 12वीं का रिजल्ट होल्ड कर लिया था। इसी के चलते ओमप्रकाश ने अगस्त 2021 में हरियाणा ओपन बोर्ड से 10वीं में अंग्रेजी का एडिशनल पेपर दिया था। इस पेपर के लिए चौटाला को हैल्पर के तौर पर आठवीं कक्षा की एक छात्रा को उपलब्ध कराया गया था। अब ओमप्रकाश के लिए यह खुशी की बात है कि बोर्ड ने 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं में पास कर दिया है।
सोमवार को जिस वक्त इनेलो सुप्रीमो वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती पर राज्य स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि की भूमिका निभाकर लौटने लगे बोर्ड अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया। शिक्षा बोर्ड मुख्यालय के सामने आते बोर्ड के कुछ कर्मचारियों ने चौटाला को मार्कशीट सौंपी।
यहां खास बात यह भी रही कि ओमप्रकाश चौटाला ने हरियाणा विद्यालय ओपन बोर्ड से 12वीं के एग्जाम फॉर्म भरे थे तो उस वक्त कोरोना संक्रमण की महामारी के चलते परीक्षा नहीं हो पाई थी और शिक्षा बोर्ड ने परीक्षार्थियों को सिर्फ पास मार्क दिए थे। इन्हीं में से एक नाम ओमप्रकाश चौटाला का भी रहा। ओमप्रकाश चौटाला को 12वीं में अंग्रेजी, हिंदी, सोशियोलाजी, जियोग्राफी और पॉलिटिकल साइंस में 34 अंक मिले हैं।