बड़ा अजीब है Police System; देखें कार ड्राइवर को कैसे पहना दिया हैल्मैट…
रेवाड़ी. ये पुलिस भी है ना, बड़ा अजीब सिस्टम इसका। कभी तो पैदल चल रहे 33 साल के मोटर मैकेनिक को नाबालिग और बिना लाइसैंस बताकर चालान काट देती है तो कभी मोटरसाइकल वाले का सीट बैल्ट नहीं लगाने का चालान काट दिखाने का अजूबा कर बैठती है। इतना ही नहीं, अभी थोड़े ही दिन पहले तो रेवाड़ी में खड़ी कार का गुरुग्राम में पीकर चलाए जाने का चालान भी पुलिस ने काट दिया था। रस्सी का सांप वाली कहावत ऐसे ही नहीं बनी हुई। पुलिस चाहे कहीं की भी हो, कोई न कोई गलत हरकत सामने आ ही जाती है। ऐसा ही एक और कारनामा अब हरियाणा के रेवाड़ी से सामने आया है। आइए मामले को जरा तफसील से समझते हैं कि आखिर ऐसी कौन सी वजह है, जो कार चालक को हैल्मैट पहनना पड़ रहा है…
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें एक कार चालक को कार चलाते वक्त हैल्मैट पहने देखा जा सकता है। शब्द चक्र न्यूज ने इसकी पड़ताल की तो पाया कि यह शख्स किसी शौक में हैल्मैट पहनकर कार नहीं चलाता, बल्कि यह तो विरोध जताने का एक तरीका है। पता चला है कि राजस्थान के अलवर जिले के गांव खोहरी खुर्द के रहने वाले खलील मोहम्मद नामक यह शख्स पेशे से गवर्नमैंट कॉन्ट्रैक्टर हैं। खलील मोहम्मद ने बताया कि बीती 6 मई को वह अलसुबह 3 बजकर 40 मिनट पर अपनी क्रेटा कार से भिवाड़ी से अपने गांव लौट रहे थे। कैपिटल मैलेरिया बिल्डिंग के पास पुलिस की एक गाड़ी उनकी कार के सामने आकर रुकी। उसमें से उतरे चार-पांच पुलिस वालों से जब कार रुकवाने का कारण पूछा तो सहायक उपनिरीक्षक रैंक के एक पुलिसकर्मी बत्तू सिंह ने उसके साथ अभद्रता की और गाड़ी के दस्तावेज देखे। कार के सभी कागजात पूरे पाए जाने पर पुलिसकर्मी ने उनसे दो हजार रुपयों की मांग की।
आरोप है कि पुलिसकर्मी ने किसी झूठे मुकद्दमे में फंसाने की भी धमकी दी। खलील ने पैसे देने से इन्कार किया तो पुलिसकर्मी ने हैल्मैट नहीं पहनने का चालान काट दिया। चालान में स्पष्ट तौर पर कार का चेचिस नंबर और अन्य जानकारियां लिखी हैं। उसमें उल्लेख है कि हैल्मैट नहीं पहनने पर चालान काटा गया है। इस घटना से खलील मोहम्मद काफी आहत हुए। 7 मई से विरोधस्वरूप वह हैल्मैट पहनकर ही कार चला रहे हैं। उनका कहना है कि अगर पुलिस अधीक्षक कोई कार्रवाई नहीं करते हैं तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे, लेकिन संबंधित पुलिसकर्मी को सजा जरूर दिलवाकर रहेंगे।
उधर, खलील मोहम्मद के बताए अनुसार गलत कार्रवाई के आरोप में घिरे सहायक उपनिरीक्षक बत्तू सिंह का कहना है, ‘मुझ पर लगाए तमाम आरोप निराधार हैं। मैं तो 3 मई से 10 मई तक अवकाश पर था। मेरी आईडी पर जो चालान काटा गया है, उस पर किसी अन्य पुलिसकर्मी ने साइन किए हैं’।