बरसों से पूरे देश को गर्व था सरपंचों की छोरी पर, 8 महीने पहले खेल कोटे से Police में हुई भर्ती; अब ऐसे कटवा दी पहलवान पिता की नाक
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हरियाणा के पानीपत जिले में गांव सुताना में जन्मी और जींद जिले के निडानी में पढ़ी थी रोहत में अवैध हथियारों के साथ पकड़ी गई इंटरनैशनल पहलवान नैना कंवल
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बरसों निडानी में कुश्ती के गुर सीखने के बाद रोहतक के छोटूराम स्टेडियम में कर रही प्रैक्टिस, 7 बार भारत केसरी रही तो नैशनल-इंटरनैशनल लैवल पर जीते अनेक मैडल
बलराज सिंह/पानीपत
सरकारें बेटी बचाने-बेटी पढ़ाने के दावे और अपील करती नहीं थकती, लेकिन हरियाणा का एक पिता आज जरूर पछता रहा होगा कि उसने बेटी को क्यों इतना लायक बनाया। यह बेटी पानीपत जिले के गांव सुताना से ताल्लुक रखती नैना कंवल है, जो न सिर्फ इंटरनैशनल लैवल की पहलवान है, बल्कि राजस्थान पुलिस में सब इंस्पैक्टर के रूप में अपराध को रोकने की जिम्मेदारी भी मिली हुई है।
शब्द चक्र न्यूज शनिवार को दिल्ली पुलिस की रेड में पकड़ी गई इस महिला की जिंदगी का पहलवानी से जेल की सलाखों तक के सफर से आपको रू-ब-रू करा रहा है। आइए जरा शुरू से जानते हैं…
ध्यान रहे, शनिवार को रोहतक के सनसिटी हाईट्स में किराये के फ्लैट से दिल्ली पुलिस ने इंटरनैशनल पहलवान और राजस्थान पुलिस की सब इंस्पैक्टर नैना कंवल को उस वक्त अवैध हथियारों के साथ पकड़ा है, जबकि पुलिस अपहरण के एक केस में सुमित नांदल नामक एक पुरुष अपराधी की तलाश में यहां पहुंची थी। बात करें एक आम बेटी से अच्छी पहलवान, पुलिस वाली और अब अपराधी बनी नैना के पूरे सफर की तो आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार की गई राजस्थान पुलिस की सब इंस्पैक्टर नैना कंवल का जन्म 2 फरवरी 1996 को हरियाणा के पानीपत जिले के गांव सुताना में हुआ था। 2005 में नैना के पिता रामकरण सुताना गांव के सरपंच बने। फिर 2010 में मां बाला देवी भी सरपंच बनीं। नैना ने बचपन में स्कूल की पढ़ाई जींद जिले के गांव निडानी में शुरू की और ग्रैजुएशन तक पढ़ी।
पहलवानी की शुरुआत निडानी में ही हुई थी, जब कुश्ती कोच सुभाष लोहान ने कुश्ती के गुर सिखाए। 2010 से 2013 तक निडानी में कोच सुभाष के पास कुश्ती की प्रैक्टिस की। फिर 2014-15 में निडानी में कुश्ती कोच कृष्ण से कुश्ती के गुर सीखने लगी। इसके बाद 2018 में रोहतक शिफ्ट हो गई नैना ने चौधरी छोटू राम स्टेडियम में कोच मनदीप के पास प्रैक्टिस शुरू कर दी। पहलवान नैना कंवल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह 7 बार भारत केसरी खिताब जीतने में कामयाब हुई। दो दंगल में दो स्कूटी जीती तो रोहिणी दंगल में 51 हजार रुपए की राशि मिली। मथुरा के दंगल में 1 लाख रुपए का इनाम मिला, वहीं हरियाणा केसरी टाइटल पर 1.5 लाख रुपए का इनाम मिला था।
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इस सारी कामयाबी के पीछे एक पिता के रूप में रामकरण का हाथ था, जो कभी खुद पहलवानी का शौक रखते थे, लेकिन कुछ पारिवारिक मजबूरियों की वजह से वह लोकल से बाहर निकलकर एक अच्छे पहलवान के रूप में अपनी पहचान नहीं बना सके। इसके बाद रामकरण ने अपना अधूरा सपना अपनी बड़ी होती बेटी नैना से पूरा करने का मन बनाया और उसे अखाड़े में उतार दिया। नैना ने भी मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़ी। वह न सिर्फ पूरे 7 बार हरियाणा केसरी, फिर भारत केसरी और उसके बाद एक इंटरनैशनल लैवल की पहलवान बनी, बल्कि जून 2022 में खेल कोटे से पड़ोसी राज्य राजस्थान में पुलिस की नौकरी भी मिल गई। अब इस शानदार-मलाईदार नौकरी को एक साल भी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन इससे पहले ही वह एक पुलिस वाली से अपराधियों वाली लाइन में आकर खड़ी हो गई।
ये हैं साल-दर-साल यूनिवर्सिटी, नैशनल और इंटरनैशनल में हासिल किए गए मैडल
- 2014 में झारखंड में आयोजित हुई जूनियर नैशनल चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। फिर यूरोप के कोर्सिका में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट किया। 2015 में कुरुक्षेत्र में ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में रजत पदक जीता, वहीं झारखंड के रांची में नैशनल जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया। 2016 उत्तर प्रदेश के गोंडा में जूनियर नैशनल चैंपियनशिप में सिल्वर पदक जीता, वहीं 2016 में मंगोलिया में जूनियर एशियन चैंपियनशिप में खेलकर आई।
- 2017 में रोहतक में ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल पाया तो कर्नाटक के मैसूर में ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप कांस्य पदक जीता। 2018 में रोहतक में हुई ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में नैना को सिल्वर मैडल मिला तो रोमानिया में अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट किया। इसी साल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में अंडर-23 नैशनल चैंपियनशिप में गोल्ड तो उत्तर प्रदेश के गोंडा में सीनियर नैशनल चैंपियनशिप में सिल्वर पर संतोष करना पड़ा।
- 2019 में औरंगाबाद में ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल विनर रही। महाराष्ट्र के शिरडी में अंडर 23 नैशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल किया। पंजाब के जालंधर में सीनियर नैशनल चैंपियनशिप में सिल्वर मैडल हासिल किया। इस साल इंटरनैशनल लैवल पर हंगरी में अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलकर आई, वहीं मंगोलिया में हुई एशिया चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल किया। 2021 में उत्तर प्रदेश के आगरा में सीनियर नैशनल चैंपियनशिप में भी सिल्वर मैडल जीतकर आई।