उत्तरकाशी. सावन की बारिश पूरे उत्तर भारत में कहर ढहा रही है, वहीं इसी बीच सोमवार शाम को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी कई गाड़ियां मलबे में दब गई। इस हादसे में गंगौत्री से लौट रहे हरियाणा के एक (ड्राइवर) और मध्य प्रदेश के तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। इसी के साथ 10 लोग घायल भी हो गए। हादसे को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संवेदना व्यक्त की हैं। दूसरी ओर बड़ी मजबूरी थी कि बताया जा रहा है कि बचाव दल घटना के 11 घंटे बाद मौके पर पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार देर शाम गंगोत्री धाम से लौट रहे मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों का टैंपो ट्रैवलर और दो अन्य छोटे वाहन गंगनानी के पास मलबे में दब गए। इन तीनों वाहनों में कुल 31 लोग सवार थे। इनमें से 4 की मौत हो गई। मारे गए तीर्थयात्रियों में हरियाणा के 50 वर्षीय रवि बघेल (ड्राइवर), मध्य प्रदेश के साकेत (भोपाल) की 65 वर्षीय पुष्पा चौहान पत्नी मोहनलाल, देवास के 23 वर्षीय अंशुल मंडलोई और इतनी ही उम्र के योगेन्द्र सोलंकी के तौर पर हुई है। इनके अलावा 10 लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी लोग सुरक्षित हैं।
उधर, यह बात भी ध्यान देने वाली है कि उत्तरकाशी जनपद में रविवार की दोपहर से लगातार वर्षा हो रही है। वर्षा के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग एक दर्जन से अधिक स्थानों पर अवरुद्ध हुआ। इसके कारण पुलिस और रैस्क्यू टीम उत्तरकाशी भटवाड़ी व मनेरी से गंगनानी रात के समय में रैस्क्यू करने के लिए नहीं पहुंच पाई। मंगलवार सुबह सीमा सड़क संगठन की टीम ने जब राजमार्ग को भटवाड़ी और गंगानानी के बीच सुचारू किया, तब घायलों को करीब 11 घंटे बाद गंगनानी में स्वास्थ्य सुविधा पहुंच पायी। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
जिला आपदा प्रबंधन की ओर से जानकारी दी गई है कि वर्तमान तक तीन शव निकाले गए हैं। एक शव गाड़ी में फंसा है। घटनास्थल पर नायब तहसील भटवाड़ी, पुलिस चौकी प्रभारी भटवाड़ी, बीआरओ के अधिकारी, एसडीआरएफ, पुलिस बल और एंबुलैंस आदि तैनात हैं। इसी के साथ इस घटना पर शोक प्रकट करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरकाशी-गंगोत्री राजमार्ग पर मलबे की चपेट में आने से तीन वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिस कारण वाहन में सवार चार लोगों के हताहत एवं कुछ लोगों के घायल होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। जिला प्रशासन व एसडीआरएफ द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है और घायलों को समुचित उपचार प्रदान किया जा रहा है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रार्थना करता हूं। समस्त देवतुल्य जनता से मेरा अनुरोध है कि भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा करने से बचें।