फिरोजपुर सिटी और कैंट में आए दिन हथोड़े मार-मारकर की जा रही बेसहारा गौवंश की हत्या, गौहत्या के लिए माफिया ने बनाए नाबालिग लड़कों के गैंग; मौका पाकर घसीट ले जाते हैं हड्डारोड़ी में
-
30 जनवरी को श्री सनातन धर्म मंदिर के पास रात करीब साढ़े 11 बजे चौकीदार के ललकारने पर भागे थे गौहत्या की कोशिश करने वाले दो युवक
-
कुछ दिन पहले प्राइवेट जॉब करते बस्ती के अजीत उर्फ मर्द और उनके भानजे ने भी गौहत्या की कोशिश कर रहे पांच-छह नाबालिगों को रोका था
-
लोगों की मांग-पुलिस प्रशासन इलाके में गौकुशी के लिए सक्रिय गैंग्स पर नकेल कसे, सामान्य प्रशासन करे गौशालाओं में रखने का पुख्ता इंतजाम
मनीष रोहिल्ला/राजेश मेहता, फिरोजपुर
पंजाब के सरहदी जिला फिरोजपुर के कैंट और सिटी में ऐसा कोई क्राइम नहीं, जो इस इलाके में नहीं देखने को मिल जाता। लूटपाट, चाइनीज डोर के कारोबार आदि के अलावा इस इलाके में एक सबसे बड़ा चिंता का विषय गौहत्या भी बना हुआ है। यहां गौकुशी माफिया ने हड्डारोड़ी की आड़ में इन दिनों नया तरीका इजाद करते हुए नाबालिग लड़कों के गैंग तैयार कर लिए हैं, जो शायद ही कोई दिन होगा, जब बेसहारा घूम रहे गौवंश को मौका पाकर हथोड़े मार-मारकर मौत के घाट नहीं उतार देता। जहां तक पुलिस कार्रवाई की बात है, अगर ऐसा कुछ होता तो इलाके में इस तरह की घटनाएं देखने को नहीं मिलती। इलाके के समाजसेवियों की मांग है कि पुलिस प्रशासन इन गैंग्स पर जल्द से जल्द नकेल कसे। साथ ही नगर प्रशासन बेसहारा घूम रहे गौवंश की सुरक्षा के मद्देनजर इन्हें गौशालाओं में रखने का पुख्ता इंतजाम करे।
इस तरह समझें हालात को
ध्यान रहे, 30 जनवरी को रात 11 बजकर 20 मिनट पर फिरोजपुर के बस्ती टैंकां वाली स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर के पास दो युवकों के द्वारा गौहत्या की कोशिश की घटना सामने आई थी। इलाके में चौकीदारी करते सिद्धांत ने बदमाशों को ललकारा तो इसके बाद दुबले-पतले से नजर आ दो युवक गाय को छोड़कर भाग गए। फिर सिद्धांत ने 112 नंबर हैल्पलाइन पर कॉल करके पुलिस को सूचित किया तो फिरोजपुर छावनी थाने की बस्ती टैंकां वाली बीट पर ड्यूटी दे रही पीसीआर टीम मौके पर पहुंची थी। आज तक इस मामले को लेकर कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला है। इसी बीच इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति होने का क्रम रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। रोज कोई न कोई गाय या सांड मौत के घाट उतार दिया जाता है।
एक प्राइवेट कंपनी के लिए मार्केटिंग की जॉब करते बस्ती टैंकां वाली के अजीत उर्फ मर्द ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने और उनके भानजे ने एक गाय की हत्या कर रहे पांच-छह लोगों को रोका था। मर्द ने बताया कि इस तरह की घटनाएं बस्ती टैंकां वाली इलाके में आए दिन हो रही हैं। हत्यारे न जाने कब माथे पर हथोड़े बरसाकर किसी गाय या सांड को जमीन पर गिरा लें। उसकी जान लेकर हड्डारोड़ी में घसीट ले जाएं और फिर वहां तो जो होना होता है, सबको पता है।
पुलिस की नजर से ऐसे बच जा रहे हैं गौकुशी माफिया के लोग
इलाके के लोगों की मानें तो फिरोजपुर में गौकुशी माफिया ने हड्डारोड़ी की आड़ में इन दिनों नया तरीका इजाद करते हुए नाबालिग लड़कों के गैंग तैयार कर लिए हैं, जो शायद ही कोई दिन होगा, जब बेसहारा घूम रहे गौवंश को मौका पाकर हथोड़े मार-मारकर मौत के घाट नहीं उतार देता। जहां तक पुलिस कार्रवाई की बात है, अगर ऐसा कुछ होता तो इलाके में इस तरह की घटनाएं देखने को नहीं मिलती। गौकुशी गैंग के लोगों ने अपने गैंग्स में नाबालिग लड़कों को शामिल कर रखा है, जो कानून की मार से बड़ी आसानी से बच सकते हैं। ऐसे में शब्द चक्र न्यूज की फिरोजपुर पुलिस प्रशासन से अपील है कि इस दिशा में जल्द से जल्द सकारात्मक सख्त कदम उठाए जाएं।
प्रशासन से कार्रवाई की अपील
अजीत उर्फ मर्द, दुकानदार मोनी और इलाके के अन्य लोगों की मांग है कि पुलिस प्रशासन इलाके में गौकुशी के लिए सक्रिय गैंग्स पर नकेल कसे। साथ इन्होंने जिले के सामान्य प्रशासन, नगर परिषद प्रशासन से अपील की है कि इलाके में बेसहारा घूमते गौवंश की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। इन्हें गौशालाओं में रखा जाए। इसके अलावा इन्होंने आम जनता से भी गौवंश को बेसहारा नहीं छोड़ने की भी अपील की है।
उन्होंने बताया कि यह फिरोजपुर सिटी और कैंट के किसी भी इलाके में गौहत्या करने वाले गौवंश को या तो दिन में हांककर हड्डारोड़ी की तरफ ले जाते हैं या फिर खुद-ब-खुद भटकते हुए पहुंचे गौवंश को मौका पाकर सीगों से पकड़कर गिरा लेते हैं और फिर माथे पर हथोड़े बरसाकर उसे मौत के घाट उतार देते हैं। इसके बाद हड्डोरोड़ी में ले जाकर खाल उतार ली जाती है। हडि्डयां एक तरफ और मांस एक तरफ कर लिया जाता है। समझ में नहीं आता कि हत्या के बाद गौवंश के अवशेषों की खपत कहां पर होती है। कहां ले भेजा जाता है यह सब?