मुफ्त का सफर करना पड़ा महंगा, फिरोजपुर रेल मंडल ने एक माह में वसूला पौने 3 करोड़ का जुर्माना
नवम्बर में स्टेशन पर गंदगी फैलाने वाले 337 यात्रियों से 58 हजार रुपए से ज्यादा की वसूली
मनीष रोहिल्ला/फिरोजपुर
लोग कितने लापरवाह हो चले हैं, इस बात का अंदाजा भारतीय रेलवे की कार्रवाई की रिपोर्ट से पता चलता है। अब मुफ्तखोरी की है तो उसका अंजाम भी भुगतना ही पड़ता है। फिरोजपुर रेल मंडल की ट्रेनों में फ्री का सफर करना आखिर भारी पड़ा। दिसंबर महीने में रेल मंडल की टीम ने बिना टिकट सफर कर रहे लोगों से पौने तीन करोड़ (2 करोड़ 79 लाख) रुपए का जुर्माना वसूला है। यह सब जरूरी भी है। हराम की खा-खाकर नीयत इतनी खराब हो चुकी है कि हमें सिवाय मुफ्तखोरी के कुछ दिखता ही नहीं है।
दरअसल, रेलवे के फिरोजपुर मंडल के टिकट चैकिंग स्टाफ द्वारा सभी वास्तविक रेल उपयोगकर्ताओं को आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए बिना टिकट और अनियमित यात्रा करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए ट्रेनों में गहन जांच की जाती है। इन्हीं प्रयासों के तहत रेल मंडल के टिकट चैकिंग स्टाफ एवं मुख्य टिकट निरीक्षकों ने दिसम्बर 2022 में कुल 28804 लोगों को ट्रेनों में बिना टिकट या अनियमित यात्रा करते हुए पकड़ा। उनसे जुर्माने के तौर पर लगभग 2.79 करोड़ का राजस्व वसूल किया गया है।
हालांकि प्रधान कार्यालय द्वारा दिसम्बर माह में फिरोजपुर मंडल को टिकट चैकिंग द्वारा राजस्व अर्जित करने का टारगेट 1.50 करोड़ दिया गया था, लेकिन मंडल के टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा निर्धारित टारगेट से 86 प्रतिशत अधिक राजस्व अर्जित किया गया। मंडल के रेलवे स्टेशनों को साफ़-सुथरा बनाए रखने तथा आम जनता को स्टेशनों पर गंदगी फैलाने से रोकने एवं उनको साफ-सफाई के प्रति जागरूक बनाने के लिए मंडल के मुख्य स्टेशनों पर नियमित जांच की जाती है। इसके फलस्वरूप नवम्बर माह में 337 यात्रियों को स्टेशन परिसर में गंदगी फैलाने के कारण (एंटी लिटरिंग एक्ट) उनसे 58 हजार रुपए से अधिक वसूल किए गए।
मंडल रेल प्रबंधक डॉ. सीमा शर्मा ने बताया कि फिरोजपुर मंडल में टिकट चेकिंग अभियान जारी रहेंगे। टिकट चेकिंग का मुख्य उद्देश्य रेलवे टिकटों की बिक्री में सुधार और बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों से जुर्माना वसूल करना ताकि वे भविष्य में उचित टिकट लेकर ही यात्रा करें। मंडल रेल प्रबंधक ने सभी टिकट चैकिंग स्टाफ की सराहना करते हुए बताया कि उनके सामूहिक प्रयास एवं कड़ी मेहनत से यह संभव हो पाया है।