आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक ऑर्थाे सर्जन और उसके परिवार के चार लोगों की लाशें घर के अंदर से बेहद बुरी हालत में बरामद की गई हैं। पुलिस ने चारों को मोर्चरी भिजवाने के साथ आगे की जांच-पड़ताल का क्रम शुरू किया तो बड़ी चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला है कि डॉक्टर किसी वजह से आर्थिक रूप से बेहद परेशान हो गया था। इसके चलते उसने अपना अस्पताल भी बेच दिया, मगर फिर भी उसकी समस्याओं का अंत नहीं हुआ। इसी के चलते अब बीवी और तीन संतानों की हत्या करके डॉक्टर खुद फांसी के फंदे पर झूल गया।
मृतकों की पहचान 40 वर्षीय डी श्रीनिवास, 38 वर्षीय पत्नी डी उषा रानी, 70 साल की मां डी रामनम्मा, एक बेटे और एक बेटी के रूप में हुई है। विजयवाड़ा पूर्व के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अधिराज सिंह राणा ने बताया कि मंगलवार सुबह लोगों ने डी श्रीनिवास और उसके परिजनों की लाशें देखी तो पुलिस को सूचित किया। इसके बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो डी श्रीनिवास की लाश फंदे पर लटकी हुई थी और बाकी चार की लाशें जमीन पर लहलुहान पड़ी हुई थी। सभी की गले की नसें काटी गई थी। संदेह है कि अपराध सोमवार की रात को हुआ होगा। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या हड्डी रोग विशेषज्ञ श्रीनिवास ने पहले चारों की हत्या की और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली।
वित्तीय परेशानी की बात पर जांच कर रही पुलिस
डीसीपी राणा की मानें तो शुरुआती जांच में डी श्रीनिवास के वित्तीय परेशानियों का सामना कर रहे होने की बात सामने आई है। हाल ही में डी श्रीनिवास ने अपना अस्पताल बेच दिया था। सोमवार रात उसने अपनी कार की चाबियां अपने भाई को देने के लिए एक पड़ोसी को सौंप दी। उसने पड़ोसी को पांचों लोगों के कहीं बाहर जाने संबंधी बात कही थी, लेकिन अगले दिन सभी घर में ही मृत मिले। पुलिस आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला और सीआरपीसी की धारा 174 के तहत आत्महत्या का मामला दर्ज करके जांच में जुटी हुई है। वित्तीय मुद्दों पर भी गौर किया जा रहा है।